बिहार के समस्तीपुर और कटिहार में हिंसक भीड़ के कारनामे ने सबको सकते में डाल दिया है. भीड़ हिंसक क्यों हो रही है और मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर रोक क्यों नहीं लग रही. ये बडे सवाल उभर कर सामने आये हैं. आरजेडी और कांग्रेस ने नीतीश सरकार का इकबाल खत्म होने का दावा किया है. वहीं जेडीयू के नेता भी मान रहे हैं कि पुलिस लापरवाह जरुर हुई है. लेकिन सीएम नीतीश कुमार पुलिसिंग को दुरुस्त करने में जुटे हैं.
समस्तीपुर में भीड़ ने एक अपहरण की आरोपी महिला की पिटाई कर दी और उसका मुंडन कराया था. कटिहार में भीड़ ने एक प्रेमी को बांध कर जबरदस्त तरीके से पीटा और जब उसने पानी मांगा तो उसे जहर दे दिया. सवाल ये उठ रहे हैं कि बिहार में भीड़ आखिर हिंसक क्यों हो गयी है. क्या पुलिस की लापरवाही ने भीड़ को हिंसक बना दिया है. या फिर लोगों का कानून पर से भरोसा उठ गया है. बिहार में हिंसक होती भीड़ को लेकर सियासत भी गरमाने लगी है.
समस्तीपुर और कटिहार की घटना को लेकर आरजेडी ने नीतीश सरकार पर हमला बोल दिया है. आरजेडी के विधायक राहुल तिवारी ने कहा है कि बीजेपी की सरकार में मॉब लिंचिंग की घटनाएं बढ रही हैं. जहां जहां बीजेपी की सरकार है वहां के लोग बीजेपी की सोच की तरह हिंसक होने लगे हैं. बिहार की पुलिस शराबबंद में लगी हुई है. कानून व्यवस्था संभले तो कैसे. नीतीश कुमार की साख अब खत्म होने लगी है.
इधर कांग्रेस ने भी मॉब लिंचिंग की घटनाओं को लेकर नीतीश सरकार पर हमला बोला है. कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा ने बिहार में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर चिंता जाहिर की है. मदन मोहन झा ने कहा है कि कानून व्यवस्था बदहाल स्थिती में पहुंच चुकी है. अगर हालात यही रहें तो बिहार में माहौल अराजक हो जाएगा.
हिंसक भीड़ को लेकर रुलिंग पार्टियां भी बैकफुट पर नजर आ रही हैं. जेडीयू के नेता दिलीप चौधरी ने भीड़ के हिंसक होने को लेकर पुलिस की लापरवाही को जिम्मेवार ठहराया है. दिलीप चौधरी ने कहा है कि नीतीश कुमार को लॉ एण्ड आर्डर की चिंता है इसलिए वो लगातार समीक्षा कर पुलिसिंग को ठीक करने की कोशिश में लगे हैं. लेकिन ऐसे मामलों में कई बार देखा गया है कि कुछ लोग भीड़ को उकसाते हैं. ऐसे लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई होनी चाहिए. वैसे लोगों को भी ये समझना होगा कि कानून को हाथ में लेेने का अधिकार किसी को नहीं.
गौरतलब है कि पिछले दिनों वैशाली के भगवानपुर ब्लाक में भी हिंसक भीड़ ने मां बेटी की जमकर पिटाई की थी और उनका मुंडन किया था. केन्द्र सरकार की ओर से सभी राज्यों को मॉब लिंचिग की रोकथाम के लिए विशेष दिशा निर्देश भेजे गये हैं. लेकिन अबतक ऐसी घटनाओं पर रोक नहीं लग सकी है.