प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार की शाम को लोकसभा में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देंगे। संसद के दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर सोमवार को शुरू हुई धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा आज भी जारी रहेगी। इससे पहले लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर आए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने प्रधानमंत्री पर बेहद विवादित टिप्पणी की थी। आज सबकी नजर इस बात पर भी होगी कि प्रधानमंत्री अधीर की टिप्पणियों पर क्या रुख अपनाते हैं।
बाद में बोले, मेरी हिंदी अच्छी नहीं है
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल किया, हालांकि बाद उन्होंने माफी मांगते हुए कहा कि हिंदी अच्छी नहीं होने के कारण वह ऐसा बोल बैठे। चौधरी ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि उनका इरादा प्रधानमंत्री का अपमान करना नहीं था और यदि मोदी को उनकी टिप्पणी से ठेस पहुंची है तो वह माफी मांगते हैं। वहीं बीजेपी ने चौधरी और उनकी पार्टी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि यह ‘अहंकार’ उन्हें समाप्त कर देगा।
विवेकानंद से PM मोदी की तुलना पर नाराज हुए अधीर
लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर आए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान चौधरी बीजेपी के कुछ नेताओं द्वारा मोदी की तुलना स्वामी विवेकानंद से करने पर नाराज हो गए थे। यद्यपि चौधरी ने यह टिप्पणी संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी द्वारा यह कहे जाने के तत्काल बाद कही कि कम से कम भाजपा के सदस्य यह नहीं कहते कि ‘इंडिया इज इंदिरा, इंदिरा इज इंडिया।’ चौधरी की टिप्पणी को बाद में लोकसभाध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही से निकाल दिया।
अधीर ने कहा, गुस्से में आकर की टिप्पणी
पश्चिम बंगाल से कांग्रेस नेता चौधरी ने बाद में कहा कि उनकी हिंदी अच्छी नहीं है और उन्हें गलतफहमी हुई और उन्होंने उक्त टिप्पणी बीजेपी द्वारा मोदी की तुलना स्वामी विवेकानंद से करने पर गुस्से में आकर की। उन्होंने कहा कि उनका इरादा प्रधानमंत्री को आहत करना या उनका अपमान करना नहीं था और यदि प्रधानमंत्री को उनके शब्दों से ठेस पहुंची है तो वह माफी मांगते हैं। उन्होंने कहा, ‘ऐसा गलतफहमी के कारण हुआ। मेरी हिंदी अच्छी नहीं है। यदि प्रधानमंत्री को ठेस पहुंची है तो इसके लिए ‘सॉरी’ बोलता हूं। उन्हें ठेस पहुंचाने की मेरी कोई मंशा नहीं थी।’