मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में चमकी बुखार से पीड़ित बच्चों से मिलने के बाद पटना में वापस आए भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि अभी तात्कालिक जरूरतों को पूरा करने का वक्त है। डॉक्टर बेहतर तरीके से काम कर रहे हैं। श्री सिन्हा ने कहा कि बच्चे अस्पताल में भर्ती हैं उनके लिए पानी बिस्किट ओआरएस का घोल आदि की व्यवस्था किया जाना निहायत ही जरूरी था। इसके लिए उन्होंने एक ट्रक पहले ही दिल्ली से भिजवा दिया था। इसके बाद वो खुद मुजफ्फरपुर जा कर वहां के सुपरिटेंडेंट सहित डॉक्टरों से मुलाकात की। भाजपा सांसद श्री सिन्हा ने कहा कि चमकी बुखार आज का नहीं बहुत पहले से है। यहां पर और इससे संबंधित जांच की बात 2014 में भी उठी थी और तीन सदस्यीय जांच कमेटी बैठाई गई जिसकी रिपोर्ट 2016 मे आ गई थी। इस कमेटी में मुजफ्फरपुर दिल्ली के एम्स और मुंबई के डॉक्टर शामिल थे। इन लोगों ने इस बात की तसदीक की थी कि बुखार कच्ची लीची खाने की वजह से हो सकती है क्योंकि कच्ची लीची खाने में एक तरह का केमिकल पदार्थ निकलता है जो शरीर के शुगर लेवल को कम कर देता है। इस रिपोर्ट की रोशनी में ही आगे की कार्रवाई की जानी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। इस पर आने वाले समय में जब सब कुछ ठीक-ठाक हो जाएगा तब विचार करने की जरूरत है। अभी माहौल यह है कि बच्चों को कैसे जल्द से जल्द दुरुस्त किया जाए। इसी पर ध्यान दिया जा रहा है। वहां के डॉक्टर बेहतर तरीके से काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अस्पताल में नारेबाजी, हंगामा या शोर-शराबा से मरीज ठीक नहीं हो सकते। स्वास्य मंत्री और मुख्यमंत्री बच्चों को बचाने के लिए डॉक्टरों को लगाए हुए हैं।
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