चमकी बुखार से कराह रहे बिहार में मानसून की बारिश थोड़ी राहत लेकर आई है. आज राजधानी पटना और चमकी बुखार से पीड़ित मुजफ्फरपुर समेत कई इलाकों में बारिश होने का अनुमान है. कहा जा रहा है कि मानसून की इस बारिश से बिहार के कई जिलों में फैल रहे चमकी बुखार के वायरस का असर कम करने में मदद करेगी. बता दें कि मुजफ्फरपुर में 149 बच्चों समेत बुखार से पूरे राज्य में अबतक 160 से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है.
सामान्य से नीचे हुआ अधिकतम तापमान
दरअसल, मॉनसून समूचे राज्य में पहुंच गया है. मौसम केंद्र के अधिकारियों ने यह जानकारी दी. पटना मौसम केंद्र के मुताबिक बिहार के उत्तर पूर्व जिलों में मॉनसून ने शुक्रवार को दस्तक दी थी और यह शनिवार को समूचे राज्य में पहुंच गया. राज्य में विभिन्न शहरों और कस्बों में अच्छी बारिश हुई, जिससे अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे चला गया.
चमकी बुखार से शनिवार को एसकेएमसीएच में शनिवार को दो और बेगूसराय में एक बच्चे की मौत हुई है. मुजफ्फरपुर में दोनों बच्चों की मौत शुक्रवार की दो बजे हुई है. इनमें रुन्नीसैदपुर की छह वर्षीय अंजली कुमारी और कांटी की चार वर्षीय गायत्री कुमारी शामिल है. अंजली पिछले दो दिनों से अस्पताल में भर्ती थी. वहीं गायत्री की मौत इमरजेंसी में इलाज के दौरान हुई.
इधर, सुबह दस बजे तक और 10 बच्चे चमकी बुखार से पीड़ित होकर अस्पताल में भर्ती हुए हैं. इनमें से आठ एसकेएमसीएच और दाे बच्चे केजरीवाल अस्पताल में भर्ती किये गये हैं. वहीं, एसकेएमसीएच में शनिवार को एक भी बच्चा बीमार होकर नहीं पहुंचा. इमरजेंसी के गेट पर ट्रॉली मैन व इमरजेंसी में डॉक्टर रोज की तरह आज भी तैयार बैठे थे. एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ सुनील कुमार शाही ने कहा कि मौसम बदलने का असर है. अब कम बच्चे बीमारी से ग्रसित होंगे. इधर, बेगूसराय के खोदावंदपुर थाना क्षेत्र की सागी पंचायत के नुरूल्लाहपुर गांव के वार्ड नंबर छह निवासी सतीश कुमार महतो की 1.50 वर्षीया पुत्री मुन्नी कुमारी की मौत चमकी बुखार से हो गयी.
मुजफ्फरपुर में अब तक 149 बच्चों की हुई मौत
पटना : पिछले 24 घंटों में नौ बच्चों की मौत हुई है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आकड़ों के अनुसार शुक्रवार की शाम चार बजे तक 140 बच्चों की मौत हुई थी.
शनिवार की शाम चार बजे तक मरनेवाले बच्चों की संख्या बढ़ कर 149 तक पहुंच गयी है. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि अब तक कुल 574 एइइएस के केस मिले हैं, जिनमें से 149 की मौत की रिपोर्ट मिली है. दूसरी ओर ग्लूकोज की कमी के कारण भी बच्चों की मौत हुई है. ग्लूकोज की कमी के कारण 556 बच्चे पीड़ित हुए हैं, जिसमें 120 बच्चों की मौत हुई है. उन्होंने बताया कि मुजफ्फरपुर में बारिश होने से तामपान में गिरावट हुई है. ऐसे में उम्मीद है कि बच्चों की बीमारी पर जल्द ही नियंत्रण मिलेगा.
मंगलवार को मुजफ्फरपुर जायेगी बाल आयोग की टीम
पटना : बिहार बाल अधिकार व संरक्षण आयोग की टीम मंगलवार को मुजफ्फरपुर जायेगी. इसके लिए आयोग की तीन सदस्यीय टीम बनायी गयी है. आयोग के सदस्य पूरे मामले की रिपोर्ट तैयार करेंगे. इस रिपोर्ट के माध्यम से वह चमकी बुखार से होने वाली मौतों को रोकने के लिए अनुशंसा करेंगे. दरअसल ये टीम बीमारी के पीछे अहम कारणों पर अपनी राय देगी.