बिहार के मुजफ्फरपुर में एईएस से बड़ी संख्या में हुई मौत का मुद्दा शुक्रवार को दोनों सदनों में उठा। सांसदों ने बच्चों की मौत पर चिंता व्यक्त की और इस बीमारी की रोकथाम के लिए राज्य में केंद्र सरकार के तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग उठायी गयी।शुक्रवार को राज्यसभा में दिमागी बुखार से मारे गये बच्चों को श्रद्धांजलि दी गयी। सुबह सदन की कार्यवाही के दौरान कांग्रेस की विप्लव ठाकुर ने बिहार में दिमागी बुखार से मारे गये बच्चों का मामला उठाया और उन्हें सदन में श्रद्धांजलि देने की मांग की। इस पर सभापति एम. वेंकैया नायडु ने महासचिव को तत्काल कदम उठाने के निर्देश दिये। इसके बाद सदन में सदस्यों ने दिमागी बुखार से मरे बच्चों को मौन खड़े होकर श्रद्धांजलि दी। शून्यकाल के दौरान भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विश्वम ने बिहार में दिमागी बुखार से बच्चों की मौत का मामला उठाया और केंद्र सरकार के तत्काल हस्तक्षेप की मांग की। उन्होंने कहा कि राज्य में स्वास्य सुविधाओं का आधारभूत ढांचा नहीं है। केंद्र सरकार को यह ढांचा विकसित करने के लिए राज्य सरकार को तत्काल मदद उपलब्ध करानी चाहिए। उन्होंने दिमागी बुखार से मरने वाले बच्चों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की। श्री विश्वम के मुद्दे का कांग्रेस की विप्लव ठाकुर और हुसैल दलवाई तथा राष्ट्रीय जनता दल के मनोज झा और कई अन्य सदस्यों ने भी समर्थन किया। उधर, लोकसभा में कुपोषण को लेकर पूछे गए एक पूरक प्रश्न के जवाब में कहा कि बिहार के मुजफ्फरपुर में कुपोषण की घटना भले ही उनके मंत्रालय से संबंधित नहीं है, लेकिन वह एक मां हैं और मुजफ्फरपुर के बच्चों की माताओं की स्थिति को वह बखूबी महसूस करती हैं। उन्होंने कहा कि बिहार हो या कोई अन्य क्षेत्र, कहीं भी कोई बच्चा कुपोषण के कारण नहीं मरना चाहिए। इससे पहले सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने यह मुद्दा उठाते हुए सरकार से वहां कुपोषण की समस्या के निदान के लिए जरूरी कदम उठाने का आग्रह किया था।श्रीमती ईरानी ने कहा कि श्री चौधरी के राज्य पश्चिम बंगाल में केन्द्र द्वारा संचालित कुपोषण कार्यक्रम नहीं चलाया जा रहा है इसलिए श्री चौधरी पहले वहां की सरकार को कहें कि वह मानवीय आधार पर इस दिशा में कदम उठाएं और कुपोषण की समस्या के निदान के लिए केन्द्र सरकार की योजना को लागू करें। इस पर तृणमूल कांग्रेस के कुछ सदस्यों ने आपत्ति भी जताई। भाजपा के जगदम्बिका पाल ने कहा कि सिर्फ बिहार ही नहीं बल्कि पश्चिम बंगाल, असम और उत्तर प्रदेश भी इसकी चपेट में है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी के संकेत सबसे पहले चीन, जापान और कोरिया में मिले थे और अब यह भारत के साथ ही बांग्लादेश, नेपाल तथा श्रीलंका तक पहुंच चुकी है।
कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम के कई ठिकानों पर पड़ा छापा, बेटे कार्ति चिदंबरम पर रिश्वत लेने का आरोप
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम के कई ठिकानों पर सीबीआई ने छापा मारा है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने...