आध्यात्मिक सत्संग समिति के रजत जयंती वर्ष में ‘‘आओ कुछ सार्थक करें’ घोषित संकल्प को साकार करने की दिशा में समिति के लवकुश टावर, एक्जिबिशन रोड स्थित सभागार में स्वास्य रक्षा एवं रोग निदान के लिए पांच जून से नि:शुल्क योग शिविर का आयोजन किया गया है। पचास वर्ष से अधिक उम्र के लगभग 40 से 50 महिलाएं एवं पुरु ष स्वास्य लाभ के लिए नियमित रूप से इस योग शिविर में भाग ले रहे हैं। प्रात: 6.30 बजे से 7.45 बजे तक आयोजित इस योग शिविर में आज योग शिक्षक के रूप में उपेन्द्र पासवान ने कार नाद, महामृत्युंजय मंत्र एवं शांति पाठ से योग अभ्यास आरंभ कराया। भस्त्रिका, कपालभाति, अनुमोल-विलोम, प्राणायाम सहित बैठकर, लेटकर एवं खड़ा होकर करने वाले विविध सूक्ष्म व्यायाम का अभ्यास कराया। शिविर में आज आमंत्रित विशेषज्ञ के रूप में राजकीय आयुव्रेदिक कॉलेज, पटना के प्राचार्य वैद्य प्रो. दिनेश्वर प्रसाद ने कहा अनियमित खान-पान, आहार-विहार के कारण ही शरीर रोगग्रस्त होता है। योग और आयुव्रेद द्वारा जीवन शैली में बदलाव लाकर हम शरीर में उत्पन्न हुए रोगों का निदान स्वयं कर सकते हैं। आयुव्रेद में सदाचार के अंतर्गत शरीर रक्षा के लिए योग अभ्यास का निर्देश दिया गया है। इसलिए योग एवं आयुव्रेद से गंभीर एवं लाइलाज रोगों का इलाज भी संभव है। प्रोफेसर दिनेश्वर प्रसाद ने अभ्यासियों द्वारा विभिन्न रोगों के विषय में पर पूछे गए अनेक जिज्ञासाओं का समाधान भी बताया। समिति के अध्यक्ष गणोश कुमार खेतड़ीवाल ने कहा कि इस शिविर के प्रतिभागी के बीच समय-समय पर धर्म, संस्कार, जीवन-शैली एवं स्वास्य रक्षा में सहायक योग, आयुव्रेद, एक्यूप्रेशर,आहार-विज्ञान सहित धर्म, अध्यात्म, संगीत आदि क्षेत्र से प्रत्येक 10-15 दिनों में विशेषज्ञों की सेवा योग अभ्यर्थियों को उपलब्ध करायी जायेगी। समिति की योजना है कि आध्यात्मिक सत्संग समिति अपने रजत जयंती वर्ष में लोगों को बेहतर स्वास्य एवं संस्कृति से जोड़ने की दिशा में बेहतर प्रयास करे।
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