केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन रविवार को मुजफ्फरपुर जाएंगे. वह यहां पर चमकी बुखार के प्रकोप के बाद क्षेत्र की स्थिति की समीक्षा करेंगे. बता दें कि मुजफ्फरपुर में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (चमकी बुखार) का कहर जारी है.
मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार के कारण मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है. मुजफ्फरपुर के सिविल सर्जन डॉ. शैलेष प्रसाद सिंह ने कहा कि चमकी बुखार से अब तक मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 69 हो गया है. जिसमें श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 58 और केजरीवाल अस्पताल में 11 बच्चों की मौत हुई है.
मुजफ्फरपुर में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) और चमकी बुखार से सात और बच्चों की मौत होने की सूचना है. वहीं, 30 नये मरीज भर्ती किये गये हैं. बताया जाता है कि मुजफ्फरपुर स्थित एसकेएमसीएच में छह और वैशाली जिले में एक बच्चे की मौत हो गयी है.
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Bihar: Union Health Minister Dr Harsh Vardhan to visit Muzaffarpur tomorrow, to review the situation prevailing in the region after the outbreak of Acute Encephalitis Syndrome (AES)
वहीं बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने आजतक से खास बातचीत में कहा, स्थिति से निपटने के लिए हम हर संभव कोशिश और कड़ी मेहनत कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में जागरुकता फैलाने के लिए कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जा रहा है.
मुजफ्फरपुर में बिगड़ रहे हालात पर काबू पाने के लिए पटना एम्स के सात सदस्यीय डॉक्टरों की टीम शनिवार को मुजफ्फरपुर पहुंची और एईएस से पीड़ित बच्चों के इलाज में जुट गयी है. वहीं, केंद्रीय मंत्री बनने के बाद पहली बार पटना पहुंचे नित्यानंद राय मामले को गंभीरता से लेते हुए मुजफ्फरपुर के लिए रवाना हो चुके हैं.
बता दें कि 15 वर्ष तक की उम्र के बच्चे इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. मरने वाले बच्चों की उम्र एक से सात साल के बीच ज्यादा है. डॉक्टरों के मुताबिक, इस बीमारी का मुख्य लक्षण तेज बुखार, उल्टी-दस्त, बेहोशी और शरीर के अंगों में रह-रहकर कंपन (चमकी) होना है.