ज्येष्ठ शुक्ल दशमी बुधवार को हस्त नक्षत्र में गंगा दशहरा मनाया जाएगा। बुधवार को गंगा दशहरा होने से ग्रहों के शुभ संयोग बन रहे हैं। आज के ही दिन धरती पर जीवनदायिनी मां गंगा का अवतरण हुआ था। भगवान राम ने रामेश्वरम में इसी दिन शिवलिंग की स्थापना की थी। इस दिन गंगा स्नान करने से और दान करने से महापातकों के बराबर दस प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती हैं। सर्वार्थ सिद्धि, बुधवार व हस्त नक्षत्र के होने से बना युग्म संयोग : इस बार गंगा दशहरा पर पुरे दस योग बन रहे है,जो अत्यंत दुर्लभ संयोग है। इसके अलावा बुधवार और हस्त नक्षत्र होने से आनंद योग भी बन रहा है। वहीं बुधवार को दोपहर एक बजे तक सर्वार्थ सिद्धि योग होने से महाफलदायक योग बना रहा है। सत्तू व दीपक दान से मिलेगी आरोग्यता वराह व शिव पुराण के अनुसार गंगा दशहरा के दिन सत्तू, पंखा, ऋतुफल, सुपाड़ी, गुड़, जल युक्त घड़ा के दान से आरोग्यता, समृद्धि और वंश वृद्धि का वरदान मिलता है। इस दिन स्नान के बाद दस दीपों की दान करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
ज्ञानवापी मस्जिद : वजूखाने के अंदर कैसे मिला शिवलिंग
काशी में बाबा विश्वनाथ का सैकड़ों साला पुराना शिवलिंग मिल गया। मुगल बादशाह औरंगजेब द्वारा बनाई गई ज्ञानवापी मस्जिद के...