प्रदेश के पांच हजार से ज्यादा व्यापारियों पर बड़ी गाज गिरी है। जीएसटी समय पर जमा नहीं करने वाले व्यापारियों पर जीएसटी विभाग ने सख्त कारवाई करते हुए 5520 व्यापारिओं का निबंधन रद्द कर दिया है। इसके साथ ही 1893 लोगों को नोटिस दिया गया है। बताया जा रहा है कि इनमें उन व्यवसाइयों को टारगेट किया गया है जिसने छह महीने से रिटर्न फाइल नहीं किया है। साथ ही फर्जी सेल कम्पनियों के आधार पर जीएसटी चोरी और फर्जी इनवॉयस बनाकर गड़बड़ी की है। इसी तरह 1893 व्यापारियों को नोटिस भी जारी किया गया है। जीएसटी में गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ पिछले वित्तीय वर्ष से ही जांच शुरू कर दी गयी थी। 5520 व्यापारियों का निबंधन रद्द किया है, उसमें 5062 ऐसे लोग हैं जिन्हें टैक्स नहीं भरने के एवज में पिछले साल ही नोटिस जारी किया गया था। अंतत: जब इन लोगो ने टैक्स जमा नहीं किया तब इनका निबंधन रद्द कर दिया गया है। इस सम्बंध में जीएसटी कमिश्नर रणजीत कुमार ने बताया कि जीएसटी लागू होने के बाद राज्य में निबंधित व्यापारियों की संख्या सवा लाख से बढ़कर तीन लाख से ऊपर हो गयी, लेकिन इनमें व्यापारियों का एक वर्ग ऐसा है जो टैक्स जमा ही नहीं करता या फिर दूसरा जीएसटी चोरी का रास्ता ढूंढ निकालता है। इसलिए ऐसे व्यापारियों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे व्यापारियों का निबंधन रद्द करने से लेकर मुकदमा करने की प्रक्रिया भी तेजी से शुरू कर दी गयी है।
उद्योग से लेकर स्टार्टअप तक हर सेक्टर में होगा मददगार, बढ़ेंगे रोजगार के अवसर
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