मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए जदयू के आठ नये सदस्यों को मंत्री बनाया। मंत्रिमंडल विस्तार में भाजपा के किसी नेता को जगह नहीं दी गयी। मुख्यमंत्री ने जदयू के पांच विधायकों नरेंद्र नारायण यादव, श्याम रजक, रामसेवक सिंह, लक्ष्मेश्वर राय और बीमा भारती तथा तीन विधान पार्षदों संजय झा, अशोक कुमार चौधरी एवं नीरज कुमार को मंत्री बनाया है। राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल लालजी टंडन ने नये मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी। इस बीच, आठ नए मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा भी कर दिया गया और साथ ही कुछ पुराने मंत्रियों के विभाग में भी फेरबदल किये गये। नये मंत्री श्याम रजक को उद्योग विभाग और नरेंद्र नारायण यादव को लघु जल संसाधान तथा विधि विभाग की जिम्मेवारी सौंपी गई है। इसी तरह डॉ. अशोक चौधरी को भवन निर्माण विभाग, बीमा भारती को गन्ना उद्योग विभाग, संजय कुमार झा को जल संसाधन विभाग, रामसेवक सिंह को समाज कल्याण विभाग, नीरज कुमार को सूचना एवं जन संपर्क विभाग और लक्ष्मेश्वर राय को आपदा प्रबंधन विभाग आवंटित किया गया है।

वहीं, पुराने मंत्रियों में जय कुमार सिंह को विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग, महेश्वर हजारी को योजना एवं विकास विभाग, प्रमोद कुमार को कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिनोद कुमार सिंह को पिछड़ा वर्ग एवं अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, कृष्ण कुमार ऋषि को पर्यटन विभाग एवं ब्रजकिशोर ¨बद को खान एवं भूतत्व विभाग आवंटित किया गया है। इनके अलावा कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार को पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है। मंत्रिमंडल में जगह पाने वाले नरेंद्र नारायण यादव मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र के आलमनगर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। वे पहले भी कई बार मंत्री रह चुके हैं। बीमा भारती पूर्णिया के रूपौली से विधायक हैं। पूर्व में वे भी नीतीश मंत्रिमंडल में मंत्री रह चुकी हैं। रामसेवक सिंह गोपालगंज के हथुआ से विधायक हैं और कुशवाहा समाज से आते हैं। श्याम रजक पाटलीपुत्रा के फुलवारीशरीफ और लक्ष्मेश्वर राय मधुबनी लोकसभा क्षेत्र के लौकहा विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। श्याम रजक दलित समाज से आते हैं। वे लालू, राबड़ी, नीतीश एवं मांझी मंत्रिमंडल में भी मंत्री रह चुके हैं। अशोक चौधरी भी दलित वर्ग से आते हैं। वे भी लालू-राबड़ी एवं नीतीश मंत्रिमंडल में मंत्री रहे हैं। वे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी थे। उन्होंने कांग्रेस से नाता तोड़कर जदयू का दामन थामा था। नीतीश कुमार ने उन्हें मंत्री पद का इनाम दिया है। मंत्रिमंडल विस्तार में चार ऐसे नेता शामिल हैं, जो पहली बार मंत्री बने हैं। इनमें विधान पार्षद संजय झा एवं नीरज कुमार तथा विधायक रामसेवक सिंह एवं लक्ष्मेश्वर राय शामिल हैं।

लोकसभा चुनाव में मुंगेर से जदयू के सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने जल संसाधन मंत्री, मधेपुरा से जदयू के सांसद दिनेश चंद्र यादव ने आपदा प्रबंधन मंत्री, हाजीपुर से लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के सांसद पशुपति कुमार पारस ने पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है। इससे पहले मुजफ्फरपुर बालिका गृहकांड से संबंधित मामले में तत्कालीन समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के घर पर छापेमारी के दौरान अवैध हथियार मिलने के कारण उन्हें मंत्रिमंडल से इस्तीफा देना पड़ा था। शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, विधान परिषद् के कार्यकारी सभापति हारून रशीद, सांसद पशुपति कुमार पारस, दुलालचंद गोस्वामी और विधान पार्षद दिलीप चौधरी, मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूव्रे के अलावा राज्य के भवन निर्माण मंत्री महेश्वर हजारी, पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव, ऊर्जा मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव, स्वास्थ मंत्री मंगल पांडेय एवं पूर्व विधान मार्षद विनोद सिंह, भाजपा के प्रदेश महासचिव प्रमोद चन्द्रवंशी, जदयू प्रवक्ता अरविंद निषाद सहित कई अन्य सदस्य नेता एवं विधायक उपस्थित थे।