मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन उत्पीड़न मामले में सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में खुलासा किया है कि मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर और उसके सहयोगियों के खिलाफ 11 लड़कियों की कथित रूप से हत्या की भी जांच की जा रही है. सीबीआई ने यह भी बताया है कि मुजफ्फरपुर में एक श्मशान घाट से हड्डियों की पोटली बरामद हुई है, जिसकी फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट आनी अभी बाकी है. जांच एजेंसी ने कहा कि एक आरोपी से मिले संकेत पर श्मशान घाट में एक खास जगह पर खुदाई की गई, जहां से हड्डियों को निकाला गया. बता दें कि जांच एजेंसी ने ब्रजेश ठाकुर सहित 21 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया है.
वहीं, चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ ने अब इस मामले में याचिकाकर्ता को जवाब दायर करने को कहा है. इससे पहले याचिकाकर्ता निवेदिता झा ने सीबीआई पर आरोपियों को बचाने के लिए आरोप लगाया था. उनकी दलील थी कि सीबीआई ने न तो आरोपियों पर हत्या जैसे अपराध की धराएं दर्ज की है और न ही इसमें शामिल बाहर के लोगों पर कार्रवाई की है. सुप्रीम कोर्ट ने इस पर सीबीआई से जवाब मांगा था. इसके बाद पटना सीबीआई एसपी देवेंद्र सिंह ने हलफनामा दायर किया है.
वहीं, सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को हलफनामा दायर कर बताया कि बड़े लोगों को बचाने के आरोप गलत हैं. सुप्रीम कोर्ट में दायर हलफनामे में सीबीआई ने कहा कि मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर समेत अन्य लोगों की 11 हत्याओं के मामले में भूमिका की जांच हो रही है.
बता दें कि टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान (TISS) की रिपोर्ट के बाद यह मामला सामने आया था. रिपोर्ट के मुताबिक, बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित एक एनजीओ द्वारा संचालित शेल्टर होम में कई लड़कियों का कथित रूप से बलात्कार और यौन उत्पीड़न किया गया था. इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई थी और एजेंसी ने ब्रजेश ठाकुर सहित 21 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया था.