बिहार में लोकसभा चुनाव से पहले टिकट बंटवारे को लेकर नाराजगी और विरोध का दौर लगातार जारी है. इस कड़ी में ताजा मामला मोतिहारी का है जहां पूर्व केंद्रीय मंत्री और रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा को विरोध का सामना करना पड़ा है.
मोतिहारी पहुंचे रालोसपा सुप्रीमो को बाहरी व्यक्ति को टिकट देने के कारण भारी विरोध झेलना पड़ रहा है. पूर्वी चंपारण सीट महागठबंधन में रालोसपा के खाते में है. बुधवार को उपेंद्र कुशवाहा मोतिहारी कोर्ट में 2007 में दर्ज आचार संहिता के मामले में मोतिहारी सिविल कोर्ट में पेशी के लिये पहुंचे है. इस दौरान बाहरी चेहरा अखिलेश सिंह का नाम प्रत्याशी के रूप में आने पर भारी हंगामा हुआ.
स्थानीय युवकों ने उपेंद्र कुशवाहा की गाड़ी घेरने के बाद उनका विरोध किया और जमकर नारेबाजी की. युवकों की मांग थी कि स्थानीय नेता को रालोसपा मोतिहारी से प्रत्याशी बनाये. युवक एक होटल में जहां उपेंद्र कुशवाहा ठहरे हैं लगातार नारेबाजी करते रहे. दरअसल मोतिहारी लोकसभा सीट पर आरएलएसपी का कौन उम्मीदवार होगा इसको लेकर अब तक संशय बरकरार है.
पेंद्र कुशवाहा ने अब तक उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है. मोतिहारी से पार्टी प्रत्याशी के लिए जिन दो नामों की चर्चा है उनमें एक पार्टी के महासचिव माधव आनंद और दूसरा कांग्रेस नेता अखिलेश सिंह के बेटे शामिल हैं.