प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को 9 साल बाद चुनावी मंच साझा किया. लोकसभा चुनाव 2019 के लिए दोनों नेताओं की पहली संयुक्त चुनावी रैली थी. दोनों ने बिहार के जमुई और उसके बाद गया में चुनावी रैली को संबोधित किया. गया में जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने वहां के जातिगत समीकरण को टारगेट करने की कोशिश की. वहींं नीतीश कुमार का फोकस राज्य के विकास पर था.
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर दलितों और महादलितों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, “किसी भी पार्टी ने आंबेडकर को पिछली सरकार से ज्यादा नजरअंदाज नहीं किया.” उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस सफाई कर्मियों का मजाक उड़ाती है.
गया लोकसभा क्षेत्र में दलितों की एक बड़ी आबादी रहती है. उन्हें टारगेट करते हुए पीएम ने कहा, “कांग्रेस ने कहा कि मैं शौचालय का चौकीदार हूं. जब मैंने सफाईकर्मियों के सम्मान में उनके पैर धोए तो कांग्रेस ने हमारा मजाक उड़ाया. क्या यह सफाईकर्मियों का मजाक उड़ाना नहीं था? क्या आप इस अपमान के हकदार हैं?” बता दें कि इस साल की शुरुआत में पीएम ने वाराणसी में दो महिलाओं समेत पांच सफाई कर्मियों के पांव धोकर उन्हें ‘कर्म योगी’ बताया था.
बता दें कि जमुई और गया दोनों ही सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं. पीएम ने बिहार में एनडीए के चुनाव प्रचार की शुरुआत इन्हीं दो सीटों से की. पीएम ने कहा, “दशरथ मांझी जैसे लोग कांग्रेस को सबक सिखाएंगे. एनडीए सरकार सभी के लिए काम करती है.” बता दें कि माउंटेन मैन के नाम से चर्चित दशरथ मांझी ने गया में 22 साल के लंबे परिश्रम के बाद पहाड़ के बीच से रास्ता बनाने में सफलता हासिल की थी. वह मुसहर समुदाय से थे, जो कि गया की मुख्य जाति है.
मोदी ने हिंदू आतंकवाद के मुद्दे पर भी कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, “जब कांग्रेस आतंकवाद से खुद नहीं लड़ पाई तो उसने ‘हिंदू आतंकवाद’ शब्द इजाद कर दिया. कांग्रेस हमारे जवानों का समर्थन करने की बजाए पाकिस्तान का समर्थन कर रही है.”
एक तरफ जहां मोदी कांग्रेस की आलोचना करते नजर आए वहीं दूसरी तरफ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसी रैली में राज्य में एनडीए की उपलब्धियों पर फोकस किया. सीएम के तौर पर लालू प्रसाद यादव के दौर पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, “हमने लालटेन के दौर को खत्म कर दिया है. अब राज्य के हर गांव में बिजली है. 2 अक्टूबर तक हर घर में टॉयलेट होगा.”
हालांकि, नीतीश ने बिहार के लिए स्पेशल स्टेटस की मांग नहीं की. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने बिहार में विकास के लिए सभी जरूरी सहयोग दिया है. उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने राज्य में सड़क निर्माण के लिए 50 हजार करोड़ दिए. नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री उज्जवला योजना, आयुष्मान भारत योजना जैसी स्कीम्स की तारीफ की.