लोकसभा के पहले चरण के चुनाव के लिए नामांकन भरने के अंतिम दिन सोमवार को कुल 12 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। सोमवार को प्रथम चरण के लिए नामांकन का अंतिम तिथि था। यह शायद पहला मौका है कि जब सभी प्रत्याशियों ने एक ही दिन नामांकन पत्र भरा है।
चिराग और भूदेव ने भरा नामांकन
सोमवार को नामांकन पत्र भरने वालों में लोजपा के संसदीय दल के अध्यक्ष चिराग पासवान, महागठबंधन से रोलसपा के प्रदेश अध्यक्ष भूदेव चौधरी सहित कुल 12 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया है। जमुई लोक सभा सीट पर इससे पूर्व किसी प्रत्याशी ने नामांकन पत्र नहीं दाखिल किया था। सोमवार को नामांकन के अंतिम दिन सुबह 11 बजे से लेकर दोपहर 3 बजे तक नामांकन की प्रक्रिया चली। बता दें कि लगातार छुट्टी के कारण नामांकन पत्र एक दिन भरा गया। हालांकि इस दौरान एक प्रत्याशी नामांकन पत्र नहीं भर पाए।
नामांकन पत्र भरने वालों में
प्रत्याशी का नाम दल का नाम
पंकज कुमार दास एसयूसीआई पार्टी
अजय कुमार भारतीय दलित पार्टी
वीरेंद्र कुमार निर्देलीय
विष्णु प्रिया बहुजन मुक्ति पार्टी
भूदेव चौधरी रालोसपा
चिराग पासवान लोजपा
बाल्मिकी पासवान हिन्दुस्थान निर्माण दल
सुभाष पासवान निर्देलीय
इंद्रदेव दास एनसीपी
उपेंद्र रविदास बसपा
प्रवाल कुमार निर्देलीय
धर्मवीर कुमार पासवान निर्देलीय
एक प्रत्याशी नहीं कर पाये अपना नमांकन
लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण के लिए सोमवार को नामांकन पर्चा भरने का अंतिम दिन सुबह से नामांकन पर्चा भरने वाले प्रत्याशियों की भीड़ थी। जमुई सुरक्षित से सोमवार को अंतिम दिन प्रत्याशी नरेंद्र पासवान समय सीमा में अपना नामांकन पर्चा दाखिल नहीं कर पाये। नामांकन के लिए कलेक्ट्रेट आने के दौरान ही समय सीमा समाप्त हो जाने की वजह से शिक्षा भवन के समीप कलेक्ट्रेट के प्रवेश द्वार पर लगे बैरियर के समीप मौजूद दंडाधिकारी और पुलिस के जवान ने उन्हें रोक दिया। नरेंद्र पासवान और उनके समर्थक नामांकन पत्र भरने के लिए भीतर जाने को लेकर अड़े थे। इसी बीच जमुई एसडीपीओ रामपुकार सिंह मौके पर पहुंच कर उक्त प्रत्याशी को समझा-बुझाकर वहां से रवाना किया।
सोमवार को जमुई लोकसभा क्षेत्र के लिए नामांकन का अंतिम दिन था। नामांकन से पहले लोजपा प्रत्याशी चिराग पासवान ने अपने पूरे परिवार के साथ पूजा अर्चना की। पटना से आए पुरोहित ने पूजा कराई। पूजा के उपरांत पिता रामविलास पासवान, मां रीना पासवान, चाचा पशुपति कुमार पारस, रामचंद्र पासवान ने दही खिलाकर नामांकन के लिए विदा किया। इस मौके पर चिराग के सभी चचेरे भाई, बहन व बहनोई ने भी शुभकामनाएं दी। पिता ने कहा कि चिराग ने जमुई के विकास के लिए काम किया है। जनता इसे जरूर दूसरी बार मौका देगी। इस मौके पर चिराग ने बड़ी शालीनता से परिवार वाद के सवाल को यह कहकर टाल दिया कि राजनीति में मेरा पूरा परिवार कई दशक से है। इसके अलावा उन्होंने तेजस्वी के एक ट्वीट पर जवाब देते हुए कहा वे मेरे छोटे भाई हैं। मैं उनसे मिलकर बात करूंगा।
19 मार्च 2014 के लोकसभा चुनाव में चिराग पासवान ने अपने पिता के साथ पहली बार नामांकन किया था। उस वक्त पत्रकारों के एक सवाल में पिता रामविलास पासवान ने कहा था कि चुनाव के बाद अपने पुत्र की शादी करूंगा। पांच साल बीत जाने के बाद भी शादी नहीं हुई तो पत्रकारों ने फिर चिराग की मां रीना पासवान से यह सवाल दागा कि पिता का आश्वासन तो फेल हो गया। अब आप बताएं। माता ने चट से जवाब दिया कि इस बार जमुई के लोगों को बारात जरूर ले जाएंगे।