लोकसभा चुनावों के नजदीक आते ही बीजेपी कांग्रेस के खिलाफ मुखर हो गई है. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर सवाल उठाते हुए कहा कि हम राहुल गांधी का बिजनेस मॉडल देख रहे हैं. राहुल गांधी की 55,83,123 लाख रुपए की संपत्ति कैसे बढ़कर 2009 में 2 करोड़ हो गई. 2014 में यह संपत्ति बढ़कर 9 करोड़ हो गई. राहुल गांधी के बिजनेस का मॉडल क्या है.
भाजपा के वरिष्ठ नेता व केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ‘अभी तक हमने वाड्रा मॉडल ऑफ डेवलपमेंट ही देखा था. जिसमें छह या सात लाख रुपये लगाइये और दो तीन सालों में 700 से 800 करोड़ रुपये की संपत्ति के मालिक हो जाइये.’ उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘अब हमें राहुल गांधी मॉडल ऑफ डेवलपमेंट का भी पता चला है.’
रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी से उनकी संपत्ति का हिसाब मांगते हुए उनकी बढ़ी हुई संपत्ति के आंकड़े प्रस्तुत किये. उन्होने कहा कि ‘राहुल गांधी संसद सदस्य हैं. उनकी कमाई का साधन उनकी सांसद की सैलरी है. वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव के दौरान उनके द्वारा चुनाव आयोग को दिये गये शपथ पत्र को देखा जाये, तो उन्होंने अपनी कुल संपत्ति 55 लाख 38 हजार 123 रुपये बतायी थी, जो वर्ष 2009 में बढ़ कर दो करोड़ हो गयी और वर्ष 2014 में बढ़ कर नौ करोड़ हो गयी. उन्होने सवाल उठाते हुए कहा कि ‘हम राहुल गांधी से पूछना चाहते हैं कि ये उनका कैसा मॉडल ऑफ डेवलपमेंट है.’ मालूम हो कि लोकसभा और राज्यसभा के सांसद को कार्यकाल के दौरान 50 हजार रुपये का वेतन मिलता है.
अमित शाह ने भी बोला हमला
इससे पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को 14 फरवरी को पुलवामा में हुए हमले पर उनके मुख्य सलाहकार सैम पित्रोदा के बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था कि मैं कांग्रेस अध्यक्ष से मांग करता हूं कि वह पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों के परिजनों से माफी मांगे.
शाह का बयान पित्रोदा के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि पुलवामा जैसे हमले हमेशा होते रहते हैं और 2008 में मुंबई में हुए हमले के बाद संप्रग सरकार भी पाकिस्तान में विमान भेज सकती थी, लेकिन वह सही कदम नहीं होता. पुलवामा में हुए आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. शाह ने सवाल खड़े किए थे कि कांग्रेस उस अत्यंत जघन्य हमले को सामान्य घटना मानती है.