मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को कहा कि पुलिस पर हमला करने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विधि-व्यवस्था की समीक्षा बैठक में उन्होंने पुलिस के आला अधिकारियों को यह निर्देश दिया कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त और त्वरित कार्रवाई की जाए। बालू माफिया, भूमाफिया एवं अन्य असामाजिक तत्वों द्वारा पुलिस पर हो रहे हमले पर मुख्यमंत्री ने चिंता व्यक्त की।
केवल संख्या नहीं अपराध की प्रकृति का भी विश्लेषण करें1मुख्यमंत्री ने पुलिस अफसरों को कहा कि केवल अपराधों की संख्या नहीं बल्कि अपराध की प्रकृति का भी विश्लेषण होना चाहिए। राष्ट्रीय स्तर जिस नई तकनीक का इस्तेमाल हो रहा है उसे भी देखा जाए। तय समय सीमा के अंदर एफएसएल जांच का काम पूरा हो इसे सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
थाने में ऑनलाइन प्रविष्टि दाखिल करने की व्यवस्था करें :समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव दीपक कुमार ने यह निर्देश दिया कि थाना आने वाले लोगों के बैठने के लिए जगह की व्यवस्था की जाए। थाने में ऑनलाइन प्रविष्टि दाखिल करने का इंतजाम हो। इसके लिए आईटी सेटअप लगाया जाए।
यह सरकार दायित्व कि कानून का राज दुरुस्त रहे1मुख्यमंत्री ने कहा कि यह राज्य सरकार का संवैधानिक दायित्व है कि कानून का राज दुरुस्त रहे। इस क्रम में उन्होंने कहा कि इंटेलिजेंस के काम में लोंगों द्वारा सही जानकारी दिए जाने पर उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि तकनीक का दुरुपयोग कर वाहनों के फर्जी कागजात बनाने वाले रैकेटियर को चिन्हित कर उन पर पुलिस सख्त कार्रवाई करे।
संवेदनशील इलाकों में डीएम-एसपी जाएं और लोगों से बात करें: मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने स्तर से सांप्रदायिक तनाव की घटनाओं का विश्लेषण करें। जो संवेदनशील इलाके हैं उन पर विशेष तौर पर निगरानी बनाए रखने की जरूरत है। ऐसी जगहों पर डीएम और एसपी जाएं और लोगों से बात करें। मुहर्रम को लेकर अगले हफ्ते डीजीपी व गृह सचिव जिले के अफसरों के साथ बैठक करेंगे।