पटना : माकपा की पोलित ब्यूरो सदस्य व पूर्व सासंद वृंदा करात ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने जनता के साथ पूरी तरह वादाखिलाफी की है। आज पूरे देश में आवश्यक वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही है, लेकिन खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री रामविलास पासवान कहते हैं कि हम कीमतें तय नहीं करते हैं। पूरे देश के किसान, मजदूर आंदोलनरत हैं, उनकी समस्याओं को हल करने की बजाय तमाम विभाजनकारी नारों के जरिये लोगों के बीच झगड़े पैदा कर साम्प्रदायिक धुव्रीकरण की कोशिश हो रही है।श्रीमती करात शुक्रवार को पार्टी कार्यालय में सोशल मीडिया कार्यशाला के बाद संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि गुजरात चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री घटिया स्तर की व्यक्तिगत राजनीति करते हैं। इसका हमारी पार्टी कटु आलोचना करती है। यह उनकी घबड़ाहट को प्रतिबिम्वित करता है और इसी से गुजरात के चुनाव परिणाम का अंदाजा लगाया जा सकता है। उत्तर प्रदेश के नगर निकाय चुनाव में भाजपा की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुई है बल्कि बसपा को बहुत से निकायों में बढ़त हासिल हुई है। उन्होंने बिहार की जदयू-भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आज नीतीश कुमार के मुंह में ताला लगा हुआ है और इसकी चाबी नरेन्द्र मोदी के हाथ में है। उन्होंने कहा कि बिहार की कानून व्यवस्था की स्थिति बद से बदतर हो गयी है। महिलाओं और दलितों पर हमले बढ़े हैं। इसके लिए नीतीश सरकार में शामिल सामंती तत्व जिम्म्ेदार हैं। उन्होंने भागलपुर के नौगछिया में हुई वारदात में घायल दलित परिवार की बच्ची को पीएमसीएच में जाकर देखा और बिहार सरकार से खूनी दरिन्दों को गिरफ्तार कर त्वरित न्याय के जरिये कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की। उन्होंने इस घटना के लिये पुलिस की अक्षमता पर भी सवाल उठाया। संवाददाता सम्मेलन में राज्य सचिव मंडल सदस्य अरुण कुमार मिश्र और रामपरी भी मौजूद थीं। कार्यशाला में पूरे राज्य से चुने हुए कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।