राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की राष्ट्रीय परिषद की बैठक(अधिवेशन) आज पटना के बापू सभागार में आयोजित की जा रही है. इस विशेष अवसर पर पार्टी के संस्थापक लालू प्रसाद यादव को 13वीं बार राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में ताज पहनाया जाएगा. बैठक की अध्यक्षता पार्टी के राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. रामचंद्र पूर्वे करेंगे.
लालू यादव ने 23 जून को पार्टी कार्यालय में अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया था. उनके खिलाफ किसी ने नामांकन नहीं किया, जिसके बाद उन्हें निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया. इसकी विधिवत घोषणा निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. पूर्वे द्वारा की गई थी. आज की बैठक में इसी की औपचारिक पुष्टि और ताजपोशी कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है.
कल हुई थी कार्यकारिणी की बैठक
शुक्रवार को पटना के होटल मौर्या में RJD की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई थी, जिसकी अध्यक्षता भी लालू यादव ने की. आज की परिषद बैठक में उनके छोटे बेटे और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता शामिल हो रहे हैं.
तेजस्वी यादव ने पिता के नामांकन के बाद कहा था, “लालू यादव ने 12 टर्म तक पार्टी का सफल नेतृत्व किया है। उनकी अगुवाई में पार्टी ने सामाजिक न्याय और गरीबों की आवाज को बुलंद किया है। अब 13वीं बार अध्यक्ष बनना पूरे कार्यकर्ता वर्ग के लिए गर्व की बात है.”
लालू 28 वर्षों से राष्ट्रीय अध्यक्ष
लालू यादव 1997 में जनता दल से अलग होकर राष्ट्रीय जनता दल की स्थापना के बाद से ही इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हुए हैं. बीते 28 वर्षों से वे इस पद को संभाल रहे हैं. उनकी अगुवाई में पार्टी ने बिहार की राजनीति में गहरी छाप छोड़ी है.
RJD की इस अहम बैठक को आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव की रणनीति से भी जोड़ा जा रहा है. पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह है और उम्मीद जताई जा रही है कि लालू यादव के नेतृत्व में RJD आने वाले चुनावों में बेहतर प्रदर्शन करेगी.
1977 में लालू प्रसाद ने बनाई थी अलग पार्टी
तेजस्वी यादव ने अपने पिता के अध्यक्ष चुने जाने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा था कि, “लालू जी ने 12 बार अध्यक्ष रहते हुए पार्टी को मजबूत किया है। उन्होंने गरीबों, वंचितों और पिछड़ों की आवाज को राष्ट्रीय मंच दिया। 13वीं बार उनका अध्यक्ष बनना सभी कार्यकर्ताओं के लिए गर्व का विषय है।”
लालू प्रसाद यादव ने 1997 में जनता दल से अलग होकर RJD की स्थापना की थी। तब से लेकर अब तक पिछले 28 वर्षों से वे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर काबिज हैं। उनके नेतृत्व में पार्टी ने बिहार की राजनीति में अपनी अलग पहचान बनाई और सामाजिक न्याय के एजेंडे को नई दिशा दी।