कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (KSCA) के दो अधिकारी- सचिव शंकर और कोषाध्यक्ष जयराम फरार हैं। पुलिस ने बताया कि ये दोनों अपने घरों पर नहीं मिले और उन्हें पकड़ने की कोशिशें जारी हैं।
इससे पहले CM सिद्धारमैया ने बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर बी दयानंद समेत 8 अफसरों को सस्पेंड किया था। बी दयानंद की जगह IPS अधिकारी सीमंत कुमार सिंह को नया पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया गया है।
सस्पेंड किए गए बाकी अधिकारियों में एडिशनल पुलिस कमिश्नर, कब्बन पार्क थाना प्रभारी, ACP, DCP सेंट्रल डिवीजन, क्रिकेट स्टेडियम प्रभारी, स्टेशन हाउस मास्टर, स्टेशन हाउस ऑफिसर शामिल हैं।
CM ने दिया था RCB अफसरों को गिरफ्तार करने का आदेश
सीएम सिद्धारमैया ने पुलिस को RCB और DNA इवेंट मैनेजमेंट एजेंसी के अफसरों को अरेस्ट करने का आदेश दिया था। सिद्धारमैया ने यह भी कहा था कि मामले की जांच के लिए हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज माइकल डी’कुन्हा की अध्यक्षता में एक सदस्यीय जांच आयोग बनाया गया है। आयोग 30 दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपेगा।
निखिल की लिंकडिन (LinkedIn) प्रोफाइल के अनुसार वह आरसीबी के बिजनेस पार्टनरशिप, मार्केटिंग और रेवेन्यू के प्रमुख हैं. निखिल सोसले एक प्रमुख RCB सपोर्ट स्टाफ मेंबर हैं जो फ्रैंचाइजी के लिए सभी पीआर और ब्रांड मार्केटिंग मैनेजमेंट का करते हैं. निखिल ही RCB की इतनी शानदार ब्रांडिंग का सबसे बड़ा चेहरा हैं, जो टीम को IPL में एक इंटरनेशनल ब्रांड बनाने के लिए सारी रणनीतियां डिजाइन करते हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो निखिल सोसले RCB के शुरुआती साल से ही इसके साथ जुड़े हुए हैं. 18 अगस्त 1986 को बेंगलुरु में पैदा हुए निखिल डियाजियो, फॉर्मूला 1 (फोर्स इंडिया F1) और भारतीय फुटबॉल का भी हिस्सा रहे हैं. वहां भी वह मार्केटिंग और स्ट्रेटजी के रोल में थे.
आईपीएल 2025 के दौरान विराट कोहली की पत्नी अनुष्का शर्मा के साथ जो महिला अक्सर स्टेडियम में मैच का लुत्फ उठाती देखी जाती थी. वो कोई और नहीं बल्कि निखिल सोसले की पत्नी मालविका नायक हैं. अपने पति की ही तरह मालविका भी बतौर बिजनेस डेवलपमेंट और बिजनेस पार्टनर काम करती हैं. मालविका के पास मार्केटिंग और सेल्स में एमबीए की डिग्री है. इस कपल की दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह के साथ कई फोटोज इंटरनेट पर मिल जाएंगी. निखिल और मालविका के साथ विराट-अनुष्का के भी दोस्ताना संबंध हैं. हालांकि ये कपल सोशल मीडिया पर बेहद निजी जिंदगी जीता है, दोनों ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट प्राइवेट कर रखे हैं.

निखिल सोसले उनकी पत्नी मालविका और विराट-अनुष्का
इससे पहले गुरुवार को आरसीबी, कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) और इवेंट मैनेजमेंट फर्म डीएनए एंटरटेनमेंट नेटवर्क्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. फ्रैंचाइजी के एक सूत्र ने बताया, ‘हम फिलहाल कानूनी कार्रवाई पर टिप्पणी नहीं कर सकते, लेकिन हम सभी सरकारी और न्यायिक अधिकारियों के साथ सहयोग करेंगे.’
यह त्रासदी तब हुई जब करीब ढाई लाख लोग आईपीएल ट्रॉफी जीतने के बाद आरसीबी क्रिकेटरों की एक झलक पाने के लिए स्टेडियम और इसके आसपास उमड़ पड़े. इसके परिणामस्वरूप मची भगदड़ में बुधवार को 11 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए.
गैर इरादतन हत्या समेत कई मामलों में शिकायत
पुलिस के अनुसार यह मामला कब्बन पार्क पुलिस थाने में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धाराओं 105 (गैर इरादतन हत्या), 115 (जान-बूझकर चोट पहुंचाना), 118 (खतरनाक हथियारों या साधनों का इस्तेमाल करके जान-बूझकर चोट या गंभीर चोट पहुंचाना), 190 (सामान्य उद्देश्य की प्राप्ति में किए गए अपराधों के लिए गैरकानूनी जमावड़े में शामिल लोगों की जिम्मेदारी), 132 (लोक सेवक को अपने कर्तव्य का निर्वहन करने से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल का प्रयोग), 125(12) (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने वाले कृत्य) और 121 (किसी अपराध के लिए उकसाना) के तहत दर्ज किया गया है.
5 बड़े कारण, जाे जानलेवा बने…
- गेट नं. 15 व 20 पर सर्वाधिक मौतें: स्टेडियम के गेट नंबर 15 और 20 पर सबसे ज्यादा भीड़ थी। यहीं सबसे ज्यादा लोग दबे और कुचले गए। चश्मदीदों ने बताया कि गेट खुलते ही भीड़ बेकाबू हो गई और लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे।
- मेडिकल व पुलिस इंतजाम नाकाफी: स्टेडियम में मेडिकल कमांड सेंटर था, पर वह बुधवार को चालू ही नहीं था। वहां न तो कोई डॉक्टर था, न ही पानी या प्राथमिक इलाज की सुविधा। पुलिस की संख्या भी बेहद कम थी। गेट खुलते वक्त सिर्फ 3 पुलिसकर्मी और कुछ प्राइवेट गार्ड ही थे।
- मोबाइल जैमर व ट्रैफिक से मुश्किल: स्टेडियम के पास मोबाइल जैमर लगे थे, जिससे लोग अपने परिवार से संपर्क नहीं कर पाए। वहीं, सड़कों पर इतनी भीड़ थी कि एंबुलेंस भी मौके पर नहीं पहुंच सकीं।
- मेट्रो पर भी असर, रिकॉर्डतोड़ भीड़: बुधवार को बेंगलुरु मेट्रो ने अब तक की सबसे ज्यादा 9.6 लाख सवारी दर्ज कीं। भीड़ को देखते हुए शाम 4:30 बजे से कब्बन पार्क और विधानसभा मेट्रो स्टेशन बंद कर दिए गए। टिकट वेंडिंग मशीनें भी बंद कर दी गईं। इससे भीड़ बेकाबू हो गई।
- पुलिस VVIP सुरक्षा में व्यस्त: जब स्टेडियम में भीड़ बढ़ रही थी, तक पुलिस विधानसभा के सरकारी कार्यक्रम में VVIP सुरक्षा में व्यस्त थी। कार्यक्रम स्टेडियम से 1 किमी ही दूर था, पर पुलिस ने भीड़ नियंत्रण की अनदेखी की।
मामला हाईकोर्ट पहुंचा, अगली सुनवाई 10 जून को बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में भगदड़ के मामले में कर्नाटक हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए कर्नाटक सरकार से 10 जून तक विस्तृत स्टेटस रिपोर्ट देने को कहा है। सरकार ने गुरुवार को हाईकोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट सौंपी। इसमें बताया कि केस की जांच अब CID करेगी और SIT (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) भी बनाई जाएगी।
FIR में कहा गया है कि भगदड़ की घटना अव्यवस्था और जिम्मेदार एजेंसियों की लापरवाही की वजह से हुई। उधर, इस मामले में हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। एक्टिंग चीफ जस्टिस वी कामेश्वर राव और जस्टिस सी एम जोशी बेंच ने राज्य सरकार को हादसे पर स्टेटस रिपोर्ट पेश करने को कहा है। अब अगली सुनवाई 10 जून को होगी।
वहीं, याचिकाकर्ता के वकील ने कोर्ट से कहा, ‘राज्य सरकार को यह बताना चाहिए कि RCB के खिलाड़ियों को सम्मानित करने का फैसला किसने लिया है। जो खिलाड़ी देश के लिए नहीं खेलते, उन्हें सम्मानित करने की क्या मजबूरी थी।’
कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (KSCA) के दो अधिकारी- सचिव शंकर और कोषाध्यक्ष जयराम फरार हैं। पुलिस ने बताया कि ये दोनों अपने घरों पर नहीं मिले और उन्हें पकड़ने की कोशिशें जारी हैं।
इससे पहले CM सिद्धारमैया ने बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर बी दयानंद समेत 8 अफसरों को सस्पेंड किया था। बी दयानंद की जगह IPS अधिकारी सीमंत कुमार सिंह को नया पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया गया है।
सस्पेंड किए गए बाकी अधिकारियों में एडिशनल पुलिस कमिश्नर, कब्बन पार्क थाना प्रभारी, ACP, DCP सेंट्रल डिवीजन, क्रिकेट स्टेडियम प्रभारी, स्टेशन हाउस मास्टर, स्टेशन हाउस ऑफिसर शामिल हैं।
CM ने दिया था RCB अफसरों को गिरफ्तार करने का आदेश
सीएम सिद्धारमैया ने पुलिस को RCB और DNA इवेंट मैनेजमेंट एजेंसी के अफसरों को अरेस्ट करने का आदेश दिया था। सिद्धारमैया ने यह भी कहा था कि मामले की जांच के लिए हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज माइकल डी’कुन्हा की अध्यक्षता में एक सदस्यीय जांच आयोग बनाया गया है। आयोग 30 दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपेगा।
निखिल की लिंकडिन (LinkedIn) प्रोफाइल के अनुसार वह आरसीबी के बिजनेस पार्टनरशिप, मार्केटिंग और रेवेन्यू के प्रमुख हैं. निखिल सोसले एक प्रमुख RCB सपोर्ट स्टाफ मेंबर हैं जो फ्रैंचाइजी के लिए सभी पीआर और ब्रांड मार्केटिंग मैनेजमेंट का करते हैं. निखिल ही RCB की इतनी शानदार ब्रांडिंग का सबसे बड़ा चेहरा हैं, जो टीम को IPL में एक इंटरनेशनल ब्रांड बनाने के लिए सारी रणनीतियां डिजाइन करते हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो निखिल सोसले RCB के शुरुआती साल से ही इसके साथ जुड़े हुए हैं. 18 अगस्त 1986 को बेंगलुरु में पैदा हुए निखिल डियाजियो, फॉर्मूला 1 (फोर्स इंडिया F1) और भारतीय फुटबॉल का भी हिस्सा रहे हैं. वहां भी वह मार्केटिंग और स्ट्रेटजी के रोल में थे.
आईपीएल 2025 के दौरान विराट कोहली की पत्नी अनुष्का शर्मा के साथ जो महिला अक्सर स्टेडियम में मैच का लुत्फ उठाती देखी जाती थी. वो कोई और नहीं बल्कि निखिल सोसले की पत्नी मालविका नायक हैं. अपने पति की ही तरह मालविका भी बतौर बिजनेस डेवलपमेंट और बिजनेस पार्टनर काम करती हैं. मालविका के पास मार्केटिंग और सेल्स में एमबीए की डिग्री है. इस कपल की दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह के साथ कई फोटोज इंटरनेट पर मिल जाएंगी. निखिल और मालविका के साथ विराट-अनुष्का के भी दोस्ताना संबंध हैं. हालांकि ये कपल सोशल मीडिया पर बेहद निजी जिंदगी जीता है, दोनों ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट प्राइवेट कर रखे हैं.

निखिल सोसले उनकी पत्नी मालविका और विराट-अनुष्का
इससे पहले गुरुवार को आरसीबी, कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) और इवेंट मैनेजमेंट फर्म डीएनए एंटरटेनमेंट नेटवर्क्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. फ्रैंचाइजी के एक सूत्र ने बताया, ‘हम फिलहाल कानूनी कार्रवाई पर टिप्पणी नहीं कर सकते, लेकिन हम सभी सरकारी और न्यायिक अधिकारियों के साथ सहयोग करेंगे.’
यह त्रासदी तब हुई जब करीब ढाई लाख लोग आईपीएल ट्रॉफी जीतने के बाद आरसीबी क्रिकेटरों की एक झलक पाने के लिए स्टेडियम और इसके आसपास उमड़ पड़े. इसके परिणामस्वरूप मची भगदड़ में बुधवार को 11 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए.
गैर इरादतन हत्या समेत कई मामलों में शिकायत
पुलिस के अनुसार यह मामला कब्बन पार्क पुलिस थाने में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धाराओं 105 (गैर इरादतन हत्या), 115 (जान-बूझकर चोट पहुंचाना), 118 (खतरनाक हथियारों या साधनों का इस्तेमाल करके जान-बूझकर चोट या गंभीर चोट पहुंचाना), 190 (सामान्य उद्देश्य की प्राप्ति में किए गए अपराधों के लिए गैरकानूनी जमावड़े में शामिल लोगों की जिम्मेदारी), 132 (लोक सेवक को अपने कर्तव्य का निर्वहन करने से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल का प्रयोग), 125(12) (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने वाले कृत्य) और 121 (किसी अपराध के लिए उकसाना) के तहत दर्ज किया गया है.
5 बड़े कारण, जाे जानलेवा बने…
- गेट नं. 15 व 20 पर सर्वाधिक मौतें: स्टेडियम के गेट नंबर 15 और 20 पर सबसे ज्यादा भीड़ थी। यहीं सबसे ज्यादा लोग दबे और कुचले गए। चश्मदीदों ने बताया कि गेट खुलते ही भीड़ बेकाबू हो गई और लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे।
- मेडिकल व पुलिस इंतजाम नाकाफी: स्टेडियम में मेडिकल कमांड सेंटर था, पर वह बुधवार को चालू ही नहीं था। वहां न तो कोई डॉक्टर था, न ही पानी या प्राथमिक इलाज की सुविधा। पुलिस की संख्या भी बेहद कम थी। गेट खुलते वक्त सिर्फ 3 पुलिसकर्मी और कुछ प्राइवेट गार्ड ही थे।
- मोबाइल जैमर व ट्रैफिक से मुश्किल: स्टेडियम के पास मोबाइल जैमर लगे थे, जिससे लोग अपने परिवार से संपर्क नहीं कर पाए। वहीं, सड़कों पर इतनी भीड़ थी कि एंबुलेंस भी मौके पर नहीं पहुंच सकीं।
- मेट्रो पर भी असर, रिकॉर्डतोड़ भीड़: बुधवार को बेंगलुरु मेट्रो ने अब तक की सबसे ज्यादा 9.6 लाख सवारी दर्ज कीं। भीड़ को देखते हुए शाम 4:30 बजे से कब्बन पार्क और विधानसभा मेट्रो स्टेशन बंद कर दिए गए। टिकट वेंडिंग मशीनें भी बंद कर दी गईं। इससे भीड़ बेकाबू हो गई।
- पुलिस VVIP सुरक्षा में व्यस्त: जब स्टेडियम में भीड़ बढ़ रही थी, तक पुलिस विधानसभा के सरकारी कार्यक्रम में VVIP सुरक्षा में व्यस्त थी। कार्यक्रम स्टेडियम से 1 किमी ही दूर था, पर पुलिस ने भीड़ नियंत्रण की अनदेखी की।
मामला हाईकोर्ट पहुंचा, अगली सुनवाई 10 जून को बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में भगदड़ के मामले में कर्नाटक हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए कर्नाटक सरकार से 10 जून तक विस्तृत स्टेटस रिपोर्ट देने को कहा है। सरकार ने गुरुवार को हाईकोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट सौंपी। इसमें बताया कि केस की जांच अब CID करेगी और SIT (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) भी बनाई जाएगी।
FIR में कहा गया है कि भगदड़ की घटना अव्यवस्था और जिम्मेदार एजेंसियों की लापरवाही की वजह से हुई। उधर, इस मामले में हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। एक्टिंग चीफ जस्टिस वी कामेश्वर राव और जस्टिस सी एम जोशी बेंच ने राज्य सरकार को हादसे पर स्टेटस रिपोर्ट पेश करने को कहा है। अब अगली सुनवाई 10 जून को होगी।
वहीं, याचिकाकर्ता के वकील ने कोर्ट से कहा, ‘राज्य सरकार को यह बताना चाहिए कि RCB के खिलाड़ियों को सम्मानित करने का फैसला किसने लिया है। जो खिलाड़ी देश के लिए नहीं खेलते, उन्हें सम्मानित करने की क्या मजबूरी थी।’