विश्व दुग्ध दिवस के अवसर पर, भारतीय डेयरी संघ (आईडीए), बिहार राज्य चैप्टर, पटना ने अपने कार्यालय सम्मेलन कक्ष में एक विशेष वार्ता का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में सभी आईडीए सदस्यों के साथ-साथ प्रमुख इवेंट मैनेजमेंट टीमों के प्रमुख मालिकों सहित विशेष आमंत्रित लोग एकत्रित हुए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता आईडीए बिहार राज्य चैप्टर के अध्यक्ष श्री धर्मेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने की। अपने संबोधन में उन्होंने पूर्वी भारत में डेयरी विकास के महत्व पर प्रकाश डाला, विशेष रूप से हाल के वर्षों में बिहार के डेयरी उद्योग द्वारा की गई महत्वपूर्ण प्रगति पर जोर दिया। आईडीए, पूर्वी क्षेत्र के अध्यक्ष श्री सुधीर कुमार सिंह ऑनलाइन मौजूद थे और उन्होंने विश्व दुग्ध दिवस के बारे में जानकारी दी और इस विशेष अवसर के लिए अपनी शुभकामनाएं व्यक्त कीं।
श्री श्रीवास्तव ने डेयरी क्षेत्र के लिए अत्याधुनिक पर्यावरणीय तकनीकों को अपनाने की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर भी चर्चा की, विशेष रूप से आधुनिक और कुशल सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) और एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (ईटीपी) स्थापित करने के महत्व पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने उद्योग के लिए वैश्विक पर्यावरण मानकों के अनुरूप पर्यावरणीय रूप से टिकाऊ अपशिष्ट निपटान प्रणाली सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने विकेन्द्रीकृत अपशिष्ट जल उपचार समाधान के रूप में TADOX® (तृतीयक उन्नत ऑक्सीकरण प्रौद्योगिकी) पेश किया, जो अपशिष्टों के उपचार और सुरक्षित निपटान सुनिश्चित करने के लिए एक अत्यधिक कुशल, पर्यावरण अनुकूल विधि प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि ऐसी प्रौद्योगिकियों का कार्यान्वयन उत्पाद की गुणवत्ता और पर्यावरण अनुपालन दोनों को बनाए रखने के लिए आवश्यक है। इस अवसर पर धर्मराज इन्फोटेक प्राइवेट लिमिटेड, बोरिंग रोड पटना के सीएमडी श्री सोनू झा और श्री ओम झा आमंत्रित थे।
वार्ता का समापन एक इंटरैक्टिव सत्र के साथ हुआ जहां सदस्यों और मेहमानों ने विचारों का आदान-प्रदान किया और डेयरी उद्योग में टिकाऊ प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
कार्यक्रम में मीरा सिंह, पी. के. सिन्हा, अवनीश कुमार, डॉ. रवि रंजन, महेश्वर प्रसाद, ईशान शुभम, मुकेश कुमार, सुरेश कुमार, आर.एन झा और डॉ. सूर्यमणि कुमार शामिल थे।