भारत के चुनाव आयुक्त विवेक जोशी ने शुक्रवार को आगामी बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए पटना में एक हाईलेवल बैठक की अध्यक्षता की. बैठक में बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल, राज्य पुलिस के नोडल पदाधिकारी कुंदन कृष्णन, पटना के जिलाधिकारी एवं जिला निर्वाचन पदाधिकारी चंद्रशेखर सिंह, पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे.
बैठक के दौरान, विशेष रूप से पटना जिले के लिए चुनावी तैयारियों, कानून-व्यवस्था के उपायों और मतदान बुनियादी ढांचे पर विस्तृत प्रस्तुति दी गई. डॉ. जोशी ने मतदाताओं की अधिकतम भागीदारी के साथ स्वतंत्र, निष्पक्ष, समावेशी और शांतिपूर्ण चुनाव कराने के महत्व पर बल दिया.
बैठक के दौरान अधिकारियों ने आदर्श आचार संहिता अनुपालन, मतदाता सूची का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण, व्यवस्थित मतदाता शिक्षा और चुनावी भागीदारी, कानून-व्यवस्था की स्थिति, मतदान स्टाफ प्रबंधन, दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए पहुंच और शिकायत निवारण तंत्र में की गई पहलों की जानकारी दी.
चुनाव आयुक्त ने युवा मतदाता पंजीकरण की कम दर पर चिंता व्यक्त की. बिहार में 18-19 आयु वर्ग के युवाओं की अनुमानित संख्या लगभग 64 लाख है, जबकि वर्तमान में केवल 8,08,857 पंजीकृत हैं. उन्होंने अधिकारियों को युवाओं का पंजीकरण बढ़ाने के लिए प्रयास तेज करने के निर्देश दिए.
उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि पिछले लोकसभा चुनाव में बिहार का औसत मतदान प्रतिशत 56.28 प्रतिशत था, जो राष्ट्रीय औसत 66.10 प्रतिशत से काफी कम था. उन्होंने मतदान बढ़ाने के लिए सूक्ष्म स्तर पर रणनीति बनाने का आह्वान किया.
बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि कुल मतदाताओं की संख्या लगभग 7.80 करोड़ है, जिसमें 7,69,046 दिव्यांग मतदाता और 5,91,347 बुजुर्ग मतदाता (85 साल से ज्यादा) शामिल हैं. कुल 77,895 मतदान केंद्र हैं.
जोशी ने सभी मतदान केंद्रों पर आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया और विशेष रूप से दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं के लिए समावेशी भागीदारी पर जोर दिया. उनके मोतिहारी, पूर्वी चंपारण का दौरा करने और बेतिया (पश्चिमी चंपारण) में चुनाव तैयारियों की समीक्षा करने की भी उम्मीद है.
रविवार को वह वाल्मीकि नगर में एसएसबी अधिकारियों से मिलेंगे और क्षेत्र का दौरा करेंगे तथा सोमवार को वैशाली में जमीनी स्तर पर तैयारियों की समीक्षा करेंगे. इन निरीक्षणों का उद्देश्य मतदाता सुविधाओं, सुरक्षा व्यवस्था, प्रशिक्षण कार्यक्रमों और जमीनी स्तर पर चुनावी मशीनरी की समग्र तैयारी का मूल्यांकन करना है. इस यात्रा के माध्यम से चुनाव आयोग बिहार में पारदर्शी, शांतिपूर्ण और सहभागितापूर्ण चुनाव कराने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराता है.
बता दें, निर्वाचन आयुक्त डॉ० विवेक जोशी 15 मई, 2025 (गुरुवार) को बिहार के चार दिवसीय आधिकारिक दौरे पर दिल्ली से पटना पहुंचे। उनका यह दौरा राज्य में आसन्न बिहार विधानसभा आम निर्वाचन, 2025 की तैयारियों की समीक्षा और निर्वाचन तंत्र से सीधे संवाद हेतु किया जा रहा है। बुधवार को पटना आगमन पर उनका स्वागत मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल ने किया।
निर्वाचन आयुक्त डॉ० जोशी इस चार दिवसीय दौरे के दौरान फील्ड स्तर की निर्वाचन संबंधी तैयारियों का निरीक्षण एवं क्षेत्रीय भ्रमण करेंगे. इस दौरान निर्वाचन आयुक्त डॉ० जोशी मोतिहारी (पूर्वी चम्पारण) तथा बेतिया (पश्चिम चम्पारण) भी जाएंगे , जहां EVM की फर्स्ट लेवल चेकिंग (FLC) का निरीक्षण, तथा जिलाधिकारी, एस०पी०, ई०आर०ओ० व बी०एल०ओ० के साथ निर्वाचन की तैयारियों की समीक्षा बैठक करेंगे। उल्लेखनीय है कि भारत निर्वाचन आयोग मतदाता सूची की शुद्धता को सुनिश्चित करने के लिए वृहद स्तर प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है, जिसमें बिहार के मतदान केन्द्र पदाधिकारी तथा मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के बूथ लेवल एजेंट सहभागिता कर रहे हैं। ये प्रशिक्षण कार्यक्रम भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली के प्रशिक्षण संस्थान IIIDEM के साथ राज्य में भी प्रमंडलवार आयोजित किये जा रहे हैं। इसके साथ आसन्न बिहार विधानसभा आम निर्वाचन, 2025 के आलोक में EVM की फर्स्ट लेवल चेकिंग का कार्य भी 13 जिलों में चल रहा है।
डॉ० जोशी का यह दौरा राज्य में मतदाता सुविधा, सुरक्षा प्रबंध, एफ०एल०सी० प्रक्रिया, प्रशिक्षण केंद्रों एवं पोलिंग स्टेशनों की स्थिति का प्रत्यक्ष निरीक्षण करने के उद्देश्य से हो रहा है। निर्वाचन आयोग इस यात्रा के माध्यम से सुनिश्चित करना चाहता है कि बिहार में निष्पक्ष, शांतिपूर्ण एवं सहभागी निर्वाचन सुनिश्चित किए जा सकें।