कपिल सिब्बल ने नेशनल हेराल्ड मामले पर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के जरिए नेशनल हेराल्ड अखबार की संपत्ति जब्त करने की कोशिश कर रही है. सिब्बल का दावा है कि यह संपत्ति अखबार की है और सरकार ऐसा इसलिए कर रही है, ताकि कांग्रेस को कमजोर किया जा सके.
कपिल सिब्बल ने सरकार पर लगाए आरोप
कपिल सिब्बल ने आरोप लगाया, “ये सरकार ED के जरिए अब नेशनल हेराल्ड की प्रॉपर्टी पर कब्जा करने की कोशिश कर रही है. ये जो संपत्ति है वो अखबार की है. ये इसलिए कर रहे हैं ताकि कांग्रेस को पैरालाइज किया जा सके. कांग्रेस के पास इतना पैसा नहीं है जितना इन लोगों को पास है. ये चाहते हैं कि कोई भी विपक्ष देश में ना रहे.” उन्होंने आगे कहा, “ये सरकार एजेंसियों का इस्तेमाल कर विपक्ष को खत्म करने की कोशिश कर रही है. कहने को देश में लोकतंत्र है. लेकिन देश चल रहा है Father of dictatorship से. ये लोग तानाशाही से देश चलाना चाहते हैं. ये लोग दूसरी सरकारों को काम नहीं करने देते. ये मुस्लिम हिंदू के एजेंडे पर अपनी सरकार चलाना चाहते हैं. इस देश में rule of law नहीं रहा.”
खरगे ने भी सरकार पर साधा निशाना
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी नेशनल हेराल्ड की संपत्तियों की कुर्की से डरने वाली नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उस अखबार की 780 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क करने की साजिश रची, जिसे देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने शुरू किया था.
उन्होंने कहा, “जो संपत्ति जब्त की गई है, वह किसी व्यक्ति की नहीं, बल्कि एक अखबार की है, जिसे पंडित नेहरू ने आजादी की लड़ाई की आवाज के रूप में तीन भाषाओं में शुरू किया था. उन्होंने इस अखबार के जरिए लोगों में जागरूकता पैदा की. यह लोगों की आवाज थी और पीएम मोदी और अमित शाह ने ऐसे अखबार के खिलाफ साजिश रची है.