बिहार विधानसभा चुनाव में अभी करीब 7 से 8 महीने का वक्त बचा है। अक्टूबर-नवंबर में चुनाव में होने की संभावना है। इससे पहले चुनाव आयोग तैयारियों में जुट गई है। चुनाव को लेकर आज पटना निर्वाचन कार्यालय में अहम बैठक होगी।
मीटिंग मुख्य निर्वाचन अधिकारी एच.आर. श्रीनिवास की अध्यक्षता में होगी। जिसमें जिलास्तरीय स्वीप (SVEEP) नोडल अधिकारी भी शामिल होंगे। चुनाव में मतदाता सहभागिता बढ़ाने और जागरूकता अभियान तेज करने को लेकर रणनीति बनाई जाएगी।
कम वोटिंग वाले बूथों पर फोकस
निर्वाचन विभाग चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए विशेष रणनीति पर काम कर रहा है। इस संबंध में अवर सचिव प्रमोद कुमार पहले ही सभी जिलों के डीएम को पत्र भेज चुके हैं। बैठक में उन बूथों को तीन श्रेणियों में बांटा जाएगा, जहां मतदान प्रतिशत में अंतर देखा गया है।
1. पहली श्रेणी- अधिक मतदान वाले बूथ
2. दूसरी श्रेणी- सबसे कम मतदान वाले बूथ
3. तीसरी श्रेणी- मध्यम मतदान प्रतिशत वाले बूथ
राष्ट्रीय औसत से अधिक वोटिंग का लक्ष्य
कम मतदान वाले क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देते हुए वहां मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। विभाग का प्रयास रहेगा कि वोटरों को अधिक से अधिक मतदान के लिए प्रेरित किया जाए। ताकि बिहार में वोटिंग प्रतिशत को राष्ट्रीय औसत तक लाया जा सके या उससे ऊपर बढ़ाया जा सके।
चुनाव आयोग के आंकड़े
2020 बिहार विधानसभा चुनाव- 57.34% वोटिंग
2024 लोकसभा चुनाव- 56.28% (मतदान में गिरावट)
2019 लोकसभा चुनाव (राष्ट्रीय औसत) – 67.40%
2024 लोकसभा चुनाव (राष्ट्रीय औसत) – 66.10%