पाकिस्तान में हाल ही के दिनों में भारत के दुश्मनों का खात्मा होता जा रहा है. ये हत्याएं पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों के समझ से परे है. अचानक से अज्ञात हमलावर आते हैं और फलाने को उड़ा देते हैं, तो कभी चीलाने को उड़ा दे रहे हैं. वहीं, सुरक्षा एजेंसी अंधेरे में भटक रही है… अभी उनके हाथ कोई भी सुराग हाथ नहीं लगे हैं. अभी हाल में ही आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के एक शीर्ष कमांडर की हत्या हो गई, किसी को कानों-कान खबर नहीं हो पाई. अब इसका आंच भारत पर तो पड़ना तय है.पाकिस्तान को जब कुछ भी सूझता नहीं है तो भारत पर आरोप लगाना शुरू कर देता है, भारत के खिलाफ लोगों को भड़काने लगता है. इन हत्याओं के बाद पाकिस्तान की हरकतों को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां कश्मीर में अलर्ट हो गई है क्योंकि भारत का एकमात्र हिस्सा पाकिस्तानी आतंकियों का सॉफ्ट टारगेट होता है. यहां के लोगों को भारत के खिलाफ भड़काने लगते हैं. मगर हाल के दिनों भारतीय युवक पाकिस्तान के बहकावे में नहीं आ रहे हैं.
दरअसल, पाकिस्तान में हाल ही में एलईटी के शीर्ष आतंकी की हत्या से सनसनी फैल गई है.लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के कमांडर अबू कताल की हत्या के बाद पाकिस्तानी सरकार टेंशन में है. शनिवार को जिया-उर-रहमान उर्फ फैसल नदीम की हत्या हो गई, यह मुंबई हमसे के मास्टर माइंड हाफिज सईद का काफी करीबी थी. इस हत्या की आंच भारत पर भी पड़ने वाली है. जम्मू-कश्मीर में हाई-सिक्योरिटी अलर्ट जारी किया गया है. राजनेताओं सहित सभी वीआईपी व्यक्तियों को सचेत रहने और अपनी सुरक्षा के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने की सलाह दी गई है. सुरक्षा बलों को क्षेत्र में गश्त और तलाशी अभियान तेज कर दिए हैं. राष्ट्र-विरोधी तत्वों द्वारा किसी भी हमले को विफल करने के लिए कड़ी निगरानी चल रही है.
टॉप कमांडर की हत्या
पाकिस्तान में तीन दिन पहले लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के शीर्ष कमांडर जिया-उर-रहमान उर्फ फैसल नदीम की हत्या हुई थी. इसके बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा अलर्ट जारी किया गया है. वह जम्मू-कश्मीर में कई घातक हमलों के लिए जिम्मेदार सबसे वांटेड आतंकवादियों में से एक था. 43 वर्षीय रहमान 26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का करीबी सहयोगी था, साथ ही पाकिस्तान स्थित लश्कर के दो अन्य हैंडलर भी थे.
कश्मीर में पहुंची आंच
जिया-उर-रहमान जम्मू-कश्मीर के पुंछ-राजौरी क्षेत्र में विभिन्न हमलों की योजना बनाने में शामिल आतंकी संगठन का मुख्य हैंडलर था. जनवरी 2023 में राजौरी जिले के ढांगरी गांव में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमले के लिए गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम और अन्य धाराओं के तहत राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा आरोप-पत्र दायर किया गया था. सुरक्षा बलों ने दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के अवंतीपोरा के घाट तकुना इलाके में एक आईईडी का पता लगाया, बम निरोधक दस्ता मौके पर पहुंचा. आईईडी को नष्ट कर दिया गया। आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए आईईडी लगाया था.
NIA का रेड जारी है
आपको बताते चलें कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को आतंकवादी घुसपैठ के मामले में जम्मू में कई स्थानों पर तलाशी ली. उन्होंने बताया कि 12 स्थानों पर तलाशी चल रही है. प्रतिबंधित संगठनों लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) से जुड़े सक्रिय आतंकवादियों घुसपैठ की सूचना मिली थी. अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) और नियंत्रण रेखा (एलओसी) के जरिए भारत में घुसने की कोशिश की खबर तलाशी अभियान चलाया गया. अधिकारी ने बताया कि जम्मू क्षेत्र के गांवों में रहने वाले ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) और अन्य आतंकी सहयोगियों द्वारा ने इसे सुगम बनाया था. ये आतंकवादियों को रसद सहायता, भोजन, आश्रय और धन उपलब्ध कराने में लगे हुए थे.