मौसम ने एक बार फिर से करवट बदल ली है. हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी हो रही है. निचले इलाकों में बारिश होने लगी है. दो दिन से बद्रीनाथ धाम में बर्फबारी हो रही है. बर्फबारी के कारण शुक्रवार दोपहर को एक बड़ा हादसा हो गया. यहां भारी बर्फबारी के बाद ग्लेशियर टूट गया. इससे 47 मजदूर बर्फ के नीचे दब गए हैं.
उत्तराखंड के चमोली जिले में बद्रीनाथ धाम के समीप स्थित माना गांव के पास एक ग्लेशियर टूटने की खबर है। जिसमें सीमा सड़क संगठन (BRO) के ठेकेदार के तहत काम कर रहे 57 मजदूर मलबे में दबने की सूचना है। अब तक 10 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है, जबकि शेष 47 मजदूरों की तलाश जारी है। IG राजीव स्वरूप ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है।
उधर, मौसम विभाग के मुताबिक इस साल मार्च में भीषण गर्मी पड़ सकती है। इस दौरान तापमान 38 से 40 डिग्री तक रहने का अनुमान है। मार्च के दूसरे हफ्ते से दिन और रात का तापमान असामान्य रूप से बढ़ेगा। मौसम विभाग के सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है।
सूत्रों के मुताबिक मार्च में भारी गर्मी की वजह से गेहूं के पैदावार पर असर पड़ेगा। 2022 में भी मार्च महीने में भारी गर्मी की वजह से गेहूं की फसल को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा था। सरकार को गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगाना पड़ा था।
हिमाचल प्रदेश में 3 दिन से बर्फबारी-बारिश हो रही है। लाहौल स्पीति, चंबा के पांगी-भरमौर और किन्नौर जिले में बर्फबारी के बाद सड़कें बंद कर दी गई हैं। सभी स्कूलों में 28 फरवरी को छुट्टी घोषित कर दी गई है। कुल्लू के अखाड़ा बाजार में भारी बारिश के चलते लोगों के घरों में पानी घुस गया। बाढ़ से कई गाड़ियां मलबे में दब गईं।
जम्मू-कश्मीर में भी तीन दिनों से बारिश और बर्फबारी हो रही है। उधमपुर जिले के मौंगरी के पास शुक्रवार तड़के पहाड़ी से पत्थर गिरने से मां-बेटे की मौत हो गई। कठुआ जिले के राजबाग इलाके में उझ नदी से 11 और निकी तवी इलाके से 1 शख्स को बचाया।
बर्फबारी और लैंडस्लाइड की वजह से जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे सहित कई सड़कें बंद हो गई हैं। गुलमर्ग, सोनमर्ग और पहलगाम जैसे पर्यटक स्थलों सहित घाटी के ऊंचे इलाकों में मध्यम से भारी बर्फबारी हुई। खराब मौसम के कारण ट्रेन और फ्लाइट भी प्रभावित हुई हैं। उत्तराखंड के गंगोत्री में 4 फीट तक बर्फबारी हुई है।