आप संयोजक अरविंद केजरीवाल के बाद राजद ने बीजेपी के लिए अपशब्द का प्रयोग किया। दरअसल,राष्ट्रीय जनता दल के एक्स अकाउंट से तेजस्वी यादव के वीडियो के साथ एक पोस्ट लिखा है, जिसमें भाजपा नेताओं के गलत शब्द को प्रयोग किया गया है। पोस्ट में लिखा है कि भाजपा नेताओं को अगर बिहारियों की इतनी चिंता हो रही है तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं देते।
पोस्ट में तेजस्वी यादव का एक वीडियो भी है, जिसमें वे कह रहे हैं, अगर उन्हें बिहार की चिंता है तो बाढ़ में कितना फंड मिला पहले ये बताएं। इस दौरान उन्होंने केजरीवाल के उस बयान का भी बचाव किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि दिल्ली में यूपी-बिहार के 13 हजार फर्जी वोटर हैं।
राजद नेता के इस बयान पर बीजेपी ने भी पलटवार किया है। भाजपा प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा है, मैं जानता था कि राजद का मतलब राशि प्रवृत्ति, जलादि संस्कृति और दलित विरोधी हैं, लेकिन हम ये नहीं जानते थे कि भाषाई लंपटीकरण का आप नौजवान चेहरा बनेंगे। ‘राजद के ट्विटर हैंडल पर जिस तरीके के शब्द का प्रयोग हुआ है। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। आप अपने पिता के संस्कारों पर चल रहे हैं।’
BJP ने भाषाई लंपटीकरण का आप नौजवान चेहरा बताया
वहीं अब इस पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जी, मैं जानता था कि राजद का मतलब राशि प्रवृत्ति, जलादि संस्कृति और दलित विरोधी हैं। उन्होंने आगे कहा कि हम नहीं जानते थे कि भाषाई लंपटीकरण का आप नौजवान चेहरा बनेंगे। राजद के ट्विटर हैंडल पर जिस तरीके के शब्द का प्रयोग हुआ है। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। आप अपने पिता के संस्कारों पर चल रहे हैं।
सत्ता और कुर्सी के लिए बिहार को बेचना बंद कीजिए
अरविंद सिंह ने कहा कि आपके पिता राजनीति के जोकर बने थे और आप मिमिक्री करने वाले बन चुके हैं। कांग्रेस-राजद की सरकार में जब इटालियन नेता के चरण वंदन करते थे। जब आपके पिताजी जेल यात्रा कर रहे थे, तब उस समय अपने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं दिलवा दिया। आप बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बने हैं। बिहार का विरोध करने के लिए नेता प्रतिपक्ष नहीं बने है। अरविंद केजरीवाल की वकालत कम कीजिए। सत्ता और कुर्सी के लिए बिहार को बेचना बंद कीजिए।
दरअसल, अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में मौजूद यूपी-बिहार के वोटर्स को फर्जी बताया था। उनका आरोप था कि बीते 15 दिनों में दिल्ली में 13 हजार नए वोटर्स जोड़े गए और ये सभी यूपी-बिहार के फर्जी वोटर्स हैं। इस दौरान उन्होंने बिहार-यूपी के लोगों के लिए आपत्तिजनक शब्दों का भी इस्तेमाल किया।