मेलबर्न टेस्ट में जब टीम इंडिया की हार हुई थी तो 5 मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया ने 2-1 की बढ़त बना ली थी। इसके बाद भी फैंस को उम्मीद थी कि टीम इंडिया बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में कम से कम आखिरी टेस्ट मैच जीतने में कामयाब होगी और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को अपने पास बरकरार रखने में कामयाब होगी। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। नए साल का आगाज टीम इंडिया के लिए काफी निराशाजनक रहा। सिडनी टेस्ट में 6 विकेट से शिकस्त मिलने के साथ ही टीम इंडिया के हाथ से BGT का खिताब फिसल गया। यही नहीं, टीम इंडिया का लगातार तीसरी बार WTC फाइनल में जाने का सपना भी चकनाचूर हो गया।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 का आगाज पिछले साल 22 नवंबर को हुआ था जिसमें टीम इंडिया ने जसप्रीत बुमराह की कप्तानी में शानदार जीत के साथ आगाज किया। पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में सबसे बड़ी हार में से एक दी। पर्थ में मिली ऐतिहासिक जीत में जसप्रीत बुमराह का बहुत बड़ा योगदान रहा। बुमराह ने पहली ही पारी में 5 विकेट हॉल लेने का कानामा किया और फिर दूसरी पारी में 3 बल्लेबाजों का शिकार किया। बुमराह के इस शानदार प्रदर्शन से साथी गेंदबाजों को भी हौसला मिला और उन्होंने भी गेंद से ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को बैकफुट पर धकेल दिया।
टीम इंडिया के बल्लेबाजों ने किया निराश
पहले टेस्ट में जीत के बाद उम्मीद जगी कि टीम इंडिया के लिए ये दौरा बेहतरीन साबित होने जा रहा है क्योंकि इससे कुछ दिन पहले ही टीम इंडिया को अपने घर में न्यूजीलैंड जैसी टीम से 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा था। एडिलेड में टीम इंडिया पूरे आत्मविश्वास के साथ उतरी क्योंकि अब टीम को रोहित शर्मा के रुप में नियमित कप्तान का साथ मिल चुका था लेकिन इस डे-नाइट टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया एकतरफा अंदाज में 10 विकेट से जीत गई। इस मैच में भी बुमराह ने गेंद से शानदार प्रदर्शन किया लेकिन बल्लेबाजों ने टीम इंडिया की लुटिया डुबा दी। गाबा टेस्ट ड्रॉ रहा लेकिन इस मैच में भी बुमराह की लय बरकरार रही। उन्होंने तीसरे टेस्ट में 9 विकेट लेकर बता दिया कि इस सीरीज में उनसे बड़ा गेंदबाज कोई नहीं है।
बुमराह की मेहनत पर फिरा पानी
BGT के आखिरी दो मैचों में टीम इंडिया को बल्ले से बेहतर करने की दरकार थी लेकिन बुमराह को छोड़कर किसी ने भी योगदान देने की जरूरत नहीं समझी। नतीजा ये हुआ कि बुमराह की शानदार गेंदबाजी पर भारतीय बल्लेबाजों ने पूरी तरह से पानी फेर दिया और सीरीज 1-3 से हार गई। इस पूरी सीरीज में बुमराह ने 32 विकेट अपने नाम किए और ऑस्ट्रेलिया में एक टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बने। इस शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज अवॉर्ड से भी नवाजा गया। वह ऑस्ट्रेलिया में कपिल देव के बाद टेस्ट में प्लेयर ऑफ द सीरीज अवॉर्ड जीतने वाले दूसरे भारतीय गेंदबाज हैं।
बुमराह बनाम अन्य भारतीय पेसर
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जहां बुमराह ने अकेले 32 विकेट चटकाए तो वहीं, अन्य सभी भारतीय तेज गेंदबाजों ने मिलकर 40 विकेट अपने नाम किए। इस दौरान बुमराह ने 3 बार 5 विकेट हॉल लिया जबकि अन्य कोई भी भारतीय गेंदबाज ऐसा नहीं कर सका। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि बुमराह के बिना भारतीय टीम की गेंदबाजी की हालत किस कदर कमजोर और खस्ता है।
ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट में भारत के लिए प्लेयर ऑफ द सीरीज (P.O.S.) अवॉर्ड जीतने वाले भारतीय
2025 – जसप्रीत बुमराह
2018 – चेतेश्वर पुजारा
2004 – राहुल द्रविड़
1999 – सचिन तेंदुलकर
1985 – कपिल देव/के श्रीकांत
जसप्रीत बुमराह ने इस सीरीज में गेंद से ही नहीं बल्कि बल्ले से भी छोटा लेकिन अहम योगदान दिया। जब टीम इंडिया के बल्लेबाजों ने 5वें टेस्ट की पहली पारी में घुटने टेके तो बुमराह ने बल्ले से भी स्कोरबोर्ड पर ताबड़तोड़ अंदाज में रन जोड़े। उन्होंने 17 गेंदों पर 3 चौके और 1 छक्के की मदद से 22 रन बनाए। इस पूरी सीरीज में उनके बल्ले से कुल 42 रन आए जो रोहित शर्मा से भी ज्यादा रन हैं।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में नया इतिहास बन गया है। ऑस्ट्रेलिया ने सिडनी टेस्ट में भारत को विकेट से हराने के साथ ही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 3-1 से अपने नाम करते हुए बड़ा कीर्तिमान रच दिया है। ऑस्ट्रेलिया ने 10 साल बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने नाम की। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने लगातार दूसरी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल में जगह बना ली, जहां उसका सामना अब साउथ अफ्रीका से होगा। WTC फाइनल मुकाबला 11 से 15 जून के बीच लॉर्ड्स में खेला जाएगा।
ऑस्ट्रेलिया के सीरीज जीतते ही टीम इंडिया का BGT में जीत का विजय रथ थम गया। भारत ने लगातार 4 बार इस ट्रॉफी पर कब्जा किया था लेकिन इस बार ऑस्ट्रेलिया ने बाजी मारते हुए बड़ा कारनामा कर दिया। ऑस्ट्रेलिया ने इससे पहले साल 2014-15 में आखिरी बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीती थी। इसके बाद लगातार 4 बार टीम इंडिया ने इस खिताब को जीता लेकिन इस बार उसका ट्रॉफी को बरकरार रखने का सपना चकनाचूर हो गया। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के इतिहास में छठी बार ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज अपने नाम की। वहीं, टीम इंडिया ने 10 बार ये सीरीज जीती है।
ऑस्ट्रेलिया ने 10 साल बाद रचा इतिहास
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में टीम इंडिया ने जीत के साथ आगाज किया था। भारत ने पर्थ में पहला टेस्ट 295 रनों से जीता था। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने एडिलेड में खेले गए डे-नाइट टेस्ट में भारत को 10 विकेट से हराया। गाबा में खेला गया तीसरा टेस्ट ड्रॉ रहा। BGT 2024-45 के आखिरी दोनों मैचों में बाजी मारते हुए ऑस्ट्रेलिया 3-1 से 5 मैचों की सीरीज जीतने में कामयाब रहा। मेलबर्न टेस्ट ऑस्ट्रेलिया ने 184 रनों से जीता था जबकि सिडनी टेस्ट में टीम इंडिया को 6 विकेट से हार मिली। सिडनी में खेले गए सीरीज के आखिरी और 5वें टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने पहली पारी में 185 रन बनाने के बाद ऑस्ट्रेलिया को 184 रनों पर समेट दिया था और 4 रनों की बढ़त अपने नाम कर ली थी। दूसरी पारी में टीम इंडिया सिर्फ 157 रनों पर ढेर हो गई। इस तरह ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 162 रनों का टारगेट मिला जिसे उसने 4 विकेट खोकर आसानी से हासिल कर लिया। ट्रेविस हेड 34 रन और डेब्यूटेंट ब्यू वेबस्टर 39 रन बनाकर नाबाद लौटे।
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी विजेता
2014 – ऑस्ट्रेलिया
2017 – भारत
2018 – भारत
2020 – भारत
2023 – भारत
2025 – ऑस्ट्रेलिया*