अजित पवार वाली एनसीपी ने 20 नवंबर को होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को 38 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी कर दी। इसमें उप मुख्यमंत्री अजित पवार बारामती से, छगन भुजबल येवला से तथा दिलीप वाल्से पाटिल अंबेगांव से चुनाव लड़ेंगे।
शिवसेना ने 45 उम्मीदवारों की सूची जारी की थी
इससे पहले, एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना ने 45 उम्मीदवारों की सूची जारी की थी। सीएम एकनाथ शिंदे जीत का चौका लगाने के लिए एक बार फिर कोपरी पाचपाखाड़ी से अपनी दावेदारी पेश करेंगे तो वहीं पार्टी ने पैठण से विलास संदिपान भूमरे को चुनावी मैदान में उतारा है।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने अपने 45 उम्मीदवारों के नामों की सूची जारी की थी। इस सूची में मनसे प्रमुख राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे का नाम माहिम से प्रत्याशी के तौर पर जारी किया गया है। वहीं मनसे प्रवक्ता और पूर्व पार्षद संदीप देशपांडे वर्ली से चुनाव लड़ेंगे।
देश की तीसरी सबसे बड़ी विधानसभा में सियासी समीकरण
महाराष्ट्र में इस बार सियासी मुकाबला बेहद दिलचस्प होने के आसार हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि लगभग 25 महीने पहले जून, 2022 में महाविकास अघाड़ी (MVA) सरकार गिरी थी। इसके बाद भाजपा समर्थित सरकार बनी। शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के दो-फाड़ होने के बाद राज्य में पहली बार विधानसभा चुनाव होंगे। महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में फिलहाल राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार के पास 202 विधायकों का समर्थन है। 102 विधायकों के साथ भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है। अजीत पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के 40 विधायक हैं। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के 18 विधायक हैं। 14 निर्दलीय विधायकों ने भी एनडीए सरकार को समर्थन दिया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की सरकार को पांच अन्य छोटे दलों का समर्थन भी हासिल है।
महाराष्ट्र में विपक्षी खेमा कितना मजबूत
इसके अलावा विपक्षी खेमे (महाविकास अघाड़ी- MVA) में कुल 71 विधायक हैं। विपक्ष में कांग्रेस 37 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना के 16 विधायक हैं। वरिष्ठ राजनेता शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP-SP) के 12 विधायक हैं। समाजवादी पार्टी के दो, सीपीआईएम और पीडब्लूपीआई के एक-एक विधायक हैं। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के दो विधायक भी विपक्षी खेमे में हैं। 15 विधानसभा सीटें खाली हैं।