नेशनल इंटेलिजेंस एजेंसी (NIA) ने महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, असम और दिल्ली में 22 जगहों पर एक साथ छापा मारा है। NIA ने एक आतंकी साजिश मामले को लेकर एक्शन लिया है। इसमें कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। NIA को आशंका है कि हिरासत में लिए गए लोगों का कनेक्शन आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से है।
महाराष्ट्र के मालेगांव, जालना और संभाजीनगर में NIA की छापेमारी के दौरान ATS की टीम भी मौके पर पहुंची है। मालेगांव में एक होम्योपैथी क्लिनिक से NIA ने 3 लोगों को हिरासत में लिया है। जालना से भी 1 शख्स को हिरासत में लिया गया है। इनसे आतंकी गतिविधियों में शामिल होने को लेकर पूछताछ की जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर के बारामूला में जिस शख्स के यहां छापा मारा गया है, उसका नाम इकबाल भट है। उस पर टेरर फंडिंग के आरोप हैं। इसके अलावा कश्मीर में कुछ लोकेशन पर भी छापेमारी चल रही है।
दिल्ली से 2 लोग हिरासत में नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के मुस्तफाबाद में NIA की छापेमारी कार्रवाई में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल भी शामिल है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यहां 2 लोगों को हिरासत में लिया गया है। दोनों से पूछताछ की जा रही है। छापे के दौरान NIA को संदिग्ध सामग्री मिली है, जिसे जब्त कर लिया गया है।
4 दिन पहले पश्चिम बंगाल में छापे मारे गए NIA ने 1 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों में कई स्थानों पर एक साथ छापेमारी की थी। NIA की टीम ने दक्षिण 24 परगना, आसनसोल, हावड़ा, नदिया और कोलकाता में 11 स्थानों पर संदिग्धों के आवासों पर तलाशी ली थी।
NIA ने बताया था कि जिन लोगों के घर छापे मारे गए, वो भाकपा (माओवादी) के कार्यकर्ता थे। उन्होंने नक्सली गतिविधियों को अंजाम देने में संगठन के कमांडरों की मदद की थी।
NIA की तरफ से कहा गया था कि तलाशी में कई दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त किए गए। मामला पोलित ब्यूरो, केंद्रीय समिति के सदस्यों, कार्यकर्ताओं और प्रतिबंधित संगठन के समर्थकों की साजिश से संबंधित है।
NIA ने यूपी के दो शहरों प्रयागराज और महराजगंज में 30 अगस्त को छापेमारी की। यह छापेमारी रेड अर्बन नक्सल फंडिंग के मामले में की गई। सुबह 6 बजे शुरू हुई कार्रवाई करीब 7 घंटे तक चली। NIA ने प्रयागराज में इंकलाबी छात्र मोर्चा के सदस्य के बारे में पूछताछ की। एक छात्र को डिटेन किया गया।