ईरान का इजराइल पर मिसाइल हमला, इजराइल द्वारा बड़े पलटवार की आशंका या सेबी के नये नियम.. क्या है आज मार्केट गिरने की वजह? भारतीय शेयर बाजार के करोड़ों निवेशकों के मन में इस समय यही सवाल है। मार्केट आज जबरदस्त गिरावट के साथ खुला। सेंसेक्स 1264 अंक गिरकर 83,002.09 पर खुला। शुरुआती कारोबार में दोनों प्रमुख सूचकांकों में भारी गिरावट देखने को मिली है। सुबह 10 बजकर 35 मिनट पर सेंसेक्स 1.03 फीसदी या 869 अंक गिरकर 83,396 पर ट्रेड करता दिखा। वहीं, निफ्टी 1.03 फीसदी या 265 अंक गिरकर 25,531 पर ट्रेड करता दिखाई दिया। इस गिरावट से बाजार में निवेशकों के करीब 6 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो गये हैं। आइए जानते हैं कि बाजार में मचे इस कोहराम के पीछे क्या वजह है।
ईरान-इजराइल संघर्ष
स्टॉक मार्केट एक्सपर्ट के अनुसार भारतीय शेयर बाजार में आज दिख रही इस बड़ी गिरावट के पीछे प्रमुख वजह ईरान-इजराइल के बीच युद्ध जैसी स्थिति का होना है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इजरायली सेना ने दक्षिणी लेबनान में जमीनी अभियानों के दौरान अपने एक टीम कमांडर समेत 8 सैनिकों की मौत की पुष्टि की है। इससे पहले मंगलवार रात ईरान ने इजराइल के कई शहरों पर करीब 200 मिसाइलों से हमला किया था। इसके बाद इजराइल की तरफ से तगड़ा पलटवार किया जा सकता है। इन स्थितियों ने मिडिल ईस्ट में बड़ी अस्थिरता पैदा कर दी है।
कच्चे तेल की कीमतों में इजाफा
मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ने के बाद से कच्चे तेल की कीमतों में काफी इजाफा हुआ है। मिडिल ईस्ट में तनाव के कारण क्रूड ऑयल के प्रमुख उत्पादकों से सप्लाई को खतरा पैदा हो सकता है। ईरान के मिसाइल अटैक के बाद ब्रेंट क्रूड 75 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया था। वहीं, WTI क्रूड 72 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। अगर इजराइल ईरान के किसी भी तेल प्रतिष्ठान पर हमला करता है, तो क्रूड ऑयल के दाम में जबरदस्त उछाल देखने को मिलेगा। यह भारत जैसे तेल आयातक देश के लिए बुरी खबर होगी। शेयर बाजार में निवेशकों को इसको लेकर भी एक चिंता है।
सेबी ने कड़े किये F&O नियम
बाजार नियामक सेबी द्वारा फ्यूचर एंड ऑप्शन (F&O) सेगमेंट के नियमों को कड़ा करने के हालिया फैसले पर आज बाजार में प्रतिक्रिया देखने को मिली है। डॉ रवि के अनुसार, इन नियमों में वीकली एक्सपायरी को प्रति एक्सचेंज एक तक सीमित करना और कॉन्ट्रैक्ट साइज को बढ़ाना शामिल है। इससे ट्रेडिंग वॉल्यूम में गिरावट आ सकती है।
विदेशी निवेशकों की बिकवाली
भारत में निवेशक चीनी शयरों में तेजी से चिंतित हैं। डॉ रवि ने बताया कि जेफरीज के क्रिस वुड ने भारत पर अपना वेटेज 1% कम कर दिया है और चीन पर अपना वेटेज 2% बढ़ा दिया है। बीते सप्ताह चीनी सरकार द्वारा आर्थिक प्रोत्साहन उपायों की घोषणा के बाद विश्लेषकों ने चीनी शेयरों में लगातार तेजी की भविष्यवाणी की है, जिससे भारत से फंड्स का आउटफ्लो हो सकता है। एसएसई कंपोजिट इंडेक्स मंगलवार को 8% बढ़ी और पिछले सप्ताह में 15% से अधिक बढ़ी है। इसके परिणामस्वरूप, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने पिछले दो कारोबारी सत्रों में भारतीय इक्विटी से 15,370 करोड़ रुपये निकाले हैं। विदेशी निवेशकों से बड़ी बिकवाली देखने को मिली है। FIIs ने मंगलवार को भी कैश में 5579 करोड़ बेचे हैं।