जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के फर्स्ट फेज में बुधवार को 7 जिलों की 24 विधानसभा सीटों पर सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हो गई है। इसमें 23.27 लाख वोटर्स शामिल होंगे। दोपहर 3 बजे तक 50.65 फीसदी वोटिंग हो चुकी है। सबसे ज्यादा 70.03 फीसदी वोटिंग किश्तवाड़ में हुई है। जबकि सबसे कम पुलवामा में 36.90% वोट डाले गए हैं। वोटिंग शाम 6 बजे तक होगी।
किश्तवाड़ से भाजपा प्रत्याशी शगुन परिहार ने बागवान मोहल्ले में बिना पहचान पत्र के वोट डलवाने का आरोप लगाया। इस वजह से कुछ देर वोटिंग रुकी रही।
अलग-अलग राज्यों में रह रहे 35 हजार से ज्यादा विस्थापित कश्मीरी पंडित भी वोट डाल सकेंगे। उनके लिए दिल्ली, जम्मू और उधमपुर में 24 स्पेशल बूथ बनाए गए हैं।
2014 विधानसभा चुनाव में फर्स्ट फेज में दक्षिण कश्मीर की 22 सीटों पर चुनाव हुए थे। तब 11 सीटों पर महबूबा मुफ्ती की पार्टी PDP को जीत मिली थी। भाजपा और कांग्रेस ने 4-4 सीटें जीती थीं। वहीं फारूक अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस को 2 और CPI (M) को एक सीट मिली थी।
2024 लोकसभा चुनाव के लिहाज से बात करें तो नेशनल कॉन्फ्रेंस 11 सीट, PDP 5, कांग्रेस 4 और भाजपा 3 पर आगे थी। 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस 9, नेशनल कॉन्फ्रेंस 6, PDP 4 और भाजपा 2 सीटों पर आगे रही। 2014 में नेशनल कॉन्फ्रेंस 11, PDP 5, कांग्रेस और भाजपा को तीन-तीन सीटों पर बढ़त मिली।
जम्मू कश्मीर में बीते 10 सालों में पहली बार विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। आज पहले चरण के तहत कुल 7 जिलों में मतदान है। जम्मू क्षेत्र के 3 जिलों और कश्मीर घाटी के 4 जिलों में कुल 24 सीटों पर 90 निर्दलीयों सहित 219 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। बता दें कि अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 निरस्त किए जाने के बाद से जम्मू कश्मीर में यह पहला विधानसभा चुनाव है। आज जिन निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हो रहा है उनमें पंपोर, त्राल, पुलवामा, राजपोरा, जैनापोरा, शोपियां, डीएच पोरा, कुलगाम, देवसर, दोरू, कोकेरनाग (एसटी), अनंतनाग पश्चिम, अनंतनाग, श्रीगुफवारा-बिजबेहरा, शांगस-अनंतनाग पूर्व, पहलगाम, इंदरवाल, किश्तवाड़, पैडर-नागसेनी, भद्रवाह, डोडा, डोडा पश्चिम, रामबन और बनिहाल शामिल हैं।
पहले फेज में अनंतनाग की 7, पुलवामा की 4, कुलगाम, किश्तवाड़ और डोडा की 3-3, शोपियां और रामबन की 2-2 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। डोडा, रामबान और किश्तवाड़ जिले जम्मू डिवीजन जबकि अनंतनाग, पुलवामा, कुलगाम और शोपियां कश्मीर डिवीजन में आते हैं। पुलवामा की पंपोर सीट पर सबसे ज्यादा 14 कैंडिडेट हैं। वहीं अनंतनाग की बिजबेहरा सीट पर केवल 3 उम्मीदवारों के बीच में चुनावी लड़ाई है।
अलग-अलग राज्यों में रह रहे 35 हजार से ज्यादा विस्थापित कश्मीरी पंडित भी वोट डाल सकेंगे। उनके लिए दिल्ली में 24 स्पेशल बूथ बनाए गए हैं।
चुनाव आयोग के मुताबिक, पहले फेज में 219 कैंडिडेट्स मैदान में हैं। इनमें 9 महिलाएं और 92 निर्दलीय उम्मीदवार हैं। 110 कैंडिडेट्स करोड़पति हैं, जबकि 36 पर क्रिमिनल केस दर्ज हैं।
इस फेज में मुफ्ती परिवार का गढ़ रही बिजबेहरा सीट भी है। यहां PDP चीफ महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा पहली बार चुनाव लड़ रही हैं। महबूबा और उनके पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद CM रह चुके हैं।
जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों पर 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को तीन फेज में वोटिंग होगी। नतीजे 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।
दरअसल, जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। 2014 चुनाव में PDP ने सबसे ज्यादा 28 और भाजपा ने 25 सीटें जीती थीं। दोनों पार्टियों ने मिलकर सरकार बनाई थी।