बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वैशाली में बन रहे बुद्ध सम्यक दर्शन-सह-बुद्ध स्मृति स्तूप का दौरा किया। उन्होंने अधिकारियों को काम जल्दी पूरा करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने पूरी परियोजना का जायजा लिया और निर्माण कार्य की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वैशालीगढ़ स्थित निर्माणाधीन बुद्ध सम्यक दर्शन-सह-बुद्ध स्मृति स्तूप को देखने पहुंचे थे। उन्होंने पूरे परिसर का दौरा किया और निर्माण कार्य की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने स्तूप के भूतल और प्रथम तल का निरीक्षण किया। उन्होंने पुस्तकालय और ध्यान कक्ष भी देखे और वहां की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। इस दौरान, भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने मुख्यमंत्री को निर्माण कार्य की प्रगति की जानकारी दी।
बुद्ध सम्यक दर्शन और बुद्ध स्मृति स्तूप का दौरा
बुद्ध सम्यक दर्शन और बुद्ध स्मृति स्तूप देखने के दौरान मुख्यमंत्री ने आगंतुक केंद्र में एक समीक्षा बैठक की। भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने प्रेजेंटेशन के जरिए योजना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्तूप, संग्रहालय, पुस्तकालय, ध्यान कक्ष, आगंतुक केंद्र, अतिथि गृह और प्रदर्शनी योजना जैसी सुविधाएं बनाई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि निर्माण कार्य 80 प्रतिशत पूरा हो चुका है और बाकी काम दो महीने में पूरा हो जाएगा।
समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हम यहां हमेशा आते रहते हैं और यहां के निर्माण कार्यों का निरीक्षण करते रहते हैं। योजना के अनुरूप कार्य जल्द-से-जल्द पूर्ण करें।’ उन्होंने परिसर में पेड़ लगाने, वाटर बॉडी बनाने और अंदर के रास्ते को ठीक से बनाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘आवागमन को भी बेहतर किया जा रहा है ताकि आसानी से और कम समय में पर्यटक यहां पर पहुंच सकें। अधिक से अधिक संख्या में पर्यटकों के आने से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।’
पहले का वैशालीगढ़ और नया वैशालीगढ़ भी दिखाएं
उन्होंने आगे कहा, ‘वैशाली ऐतिहासिक और पौराणिक जगह है। भगवान बुद्ध के जितने भी अस्थि कलश मिले हैं, उसमें वैशाली में मिला अस्थि कलश सबसे प्रामाणिक है। बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-बुद्ध स्मृति स्तूप के बन जाने के बाद यहां बौद्ध भिक्षु के साथ-साथ बड़ी संख्या में देश-विदेश से पर्यटक भी आएंगे। बोधगया और राजगीर आनेवाले श्रद्धालु भी यहां आएंगे।’
मुख्यमंत्री ने कहा कि संग्रहालय में महात्मा बुद्ध के जीवन और बौद्ध धर्म से जुड़े प्रसंगों को दर्शाया जाएगा। पहले वैशालीगढ़ की क्या स्थिति थी और बाद में हमने इसको विकसित करने को लेकर जो योजना बनाई, उसके तहत जो कार्य किए गए हैं उसकी भी विवरणी को भी यहां दर्शाएं। इससे लोग जान सकेंगे कि इस ऐतिहासिक धरोहर को विकसित करने के लिए कितने कार्य किए गए हैं।
इस मौके पर भवन निर्माण मंत्री जयंत राज, विधायक सिद्धार्थ पटेल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव सह भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि, तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त गोपाल मीणा, तिरहुत प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक शिवदीप लांडे, वैशाली के जिलाधिकारी यशपाल मीणा, वैशाली के पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय सहित अन्य अधिकारी और अभियंता मौजूद थे।