बिहार में मॉनसून की सुपर एक्टिव मोड में नजर आ रहा है. राज्य के अधिकांश इलाकों में बीते एक हफ्ते से लगातार बारिश हो रही है. वहीं मौसम विभाग के अनुसार आने वाले अगले हफ्ते में भी बिहार के अधिकांश भागों में मध्यम से भारी दर्जे की बारिश होने का पूर्वानुमान है. बुधवार और गुरुवार को पटना के करीब पांच जिलों में भारी बारिश का पूर्वानुमान है. वहीं आपदा प्रबंधन विभाग ने बिहार के पटना और नालंदा जिले में भारी ठनका गिरने को लेकर चेतावनी जारी की है. आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों से घरों से बाहर नहीं निकलने की अपील की है.
मौसम विभाग के अनुसार बिहार के गोपालगंज, सीवान, बक्सर, कैमूर और रोहतास में भारी बारिश और वज्रपात को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. उत्तर और दक्षिण के पूर्वी इलाकों में भी वज्रपात के साथ मध्यम बारिश हो सकती है. हालांकि बिहार की राजधानी पटना समेत मध्य बिहार में मॉनसून अधिक एक्टिव नहीं रहेगा. हालांकि बादल छाए रहेंगे. पटना में धूप-छांव की स्थिति देखने को मिल सकती है.
48 घंटे तक बिहार में एक्टिव रहेगा मॉनसून
मौसम विभाग के अनुसार अगले 48 घंटे तक बिहार में मॉनसून इसी तरह एक्टिव रहेगा. आईएमडी के मुताबिक बिहार में अगले एक हफ्ते तक अच्छी बारिश का पूर्वानुमान है. वहीं मौसम विभाग ने बिहार के कई जिलों में अगले 24 घंटे के लिए भारी बारिश और वज्रपात का भी अलर्ट जारी किया है. इस दौरान आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों से सावधान रहने की अपील की है.
बिहार में बढ़ा नदियों का जलस्तर
वहीं भारी बारिश के कारण, जहां नदियों का जल स्तर बढ़ गया है. वहीं जलजमाव की स्थिति शहरी क्षेत्रों में देखी जा सकती है. हालांकि खेती के लिए परिस्थितियां बेहद अनुकूल बन गयी हैं. लगातार हो रही बारिश के चलते राज्य के औसत तापमान में गिरावट दर्ज हुई है. वहीं लगातार बारिश के कारण बिहार में अधिकांश नदियां उफान पर हैं. गंगा नदी समेत अन्य नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है.
बिहार में पिछले 10 दिनों से मानसून एक्टिव है। मोतिहारी में बुधवार सुबह हल्की बारिश हुई। पटना में सुबह से ही काले बादल छाए हुए है। मौसम विभाग ने आज पटना समेत प्रदेश के 17 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसमें 3 जिलों में भारी और 14 जिलों में हल्की बारिश की संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 2 दिनों तक प्रदेश के कई हिस्सों में मध्यम बारिश हो सकती है। वहीं, बांका के फुल्ली डूमर थाना क्षेत्र में मंगलवार रात मूसलाधार बारिश के बीच आकाशीय बिजली गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई।
दूसरी तरफ उत्तर बिहार की 7 नदियां, गंगा, गंडक, कोसी, बागमती, बूढ़ी गंडक, घाघरा और परमान लाल निशान से ऊपर हैं। गंगा नदी में आए उफान से पटना जिले के 20 प्रखंड और अंचल बाढ़ की चपेट में हैं।
वहीं, कोसी का जलस्तर बढ़ने से पूर्णिया के 6 गांव टापू में तब्दील हो चुके हैं। वहीं, 20 गांव में कटाव का खतरा मंडरा रहा है। पूर्णिया के रुपौली, बायसी और अमौर से होकर गुजरने वाली विजय कोसी भी उफान पर है।
पटना के 20 प्रखंड बाढ़ की चपेट में
नदी का पानी शहर के निचले इलाकों के साथ दियारा में फैल गया है। शहर के कुर्जी मोड़ से बिंद टोली का संपर्क टूट गया है। यहां आने-जाने के लिए अब नाव ही सहारा है। दीघा घाट से नकटा दियारा के बीच चलने वाली नावों की संख्या कम हो गई है। कारण, गंगा के उफान में लोग आने-जाने से परहेज कर रहे हैं। खेतों में पानी फैलने के कारण दियारा के लोग घरों में कैद है। अभी पलायन की स्थिति नहीं है। गांधी घाट रिवर फ्रंट डूबा हुआ है।
नदी में आए उफान से पटना जिले के 20 प्रखंड व अंचल बाढ़ की चपेट में हैं। डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने इनमें नावों की लदान क्षमता पर नजर रखने का अधिकारियों को निर्देश दिया है।
आगे क्या- केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक, बुधवार तक दीघा घाट पर 8 सेमी और गांधी घाट पर 12 सेमी के साथ हाथीदह में 7 सेमी जलस्तर में कमी आने की संभावना है, लेकिन मुंगेर में 13 सेमी, भागलपुर में 22 सेमी और कहलगांव में 33 सेमी जलस्तर बढ़ेगा।
मुंगेर में गंगा का लेवल बढ़ा
मुंगेर में बाढ़ जैसे हालात हैं। गंगा नदी वार्निंग लेबल 38.33 को पार कर 38.65 मीटर पर बह रही है। जबकि, खतरे का निशान 39.33 मीटर पर है। वहीं, दरभंगा में हाटी-पिपरा मुख्य पथ पर निर्माणाधीन पुल का डायवर्सन तेज धार में बह गया।
अगले 2 दिनों तक राज्य में बारिश की संभावना
मानसून की अक्षीय रेखा गंगानगर (राजस्थान), जमशेदपुर (झारखंड) और दीघा (पश्चिम बंगाल) से गुजर रही है। जिससे अगले 2 दिनों तक राज्य में बारिश की संभावना है। हालांकि, इस दौरान तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा। थोड़ी बहुत अधिकतम तापमान में गिरावट आ सकती है।