हिंडनबर्ग ने चेतावनी दी है कि भारत में कुछ बड़ा होने वाला है. हालांकि शॉर्ट सेलर ने ज्यादा डिटेल शेयर नहीं किया है. इसके चेतावनी को लेकर माना जा रहा है कि हिंडनबर्ग रिसर्च किसी भारतीय कंपनी के बारे में एक बार फिर बड़ा खुलासा करने वाला है.
अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च तो याद ही होगा… अब उसने एक और ऐलान करके हैरान कर दिया है. शनिवार की सुबह एलन मस्क के स्वामित्व वाली एक्स पर पोस्ट करते हुए अमेरिकी कंपनी ने भारतीय कंपनी से जुड़े एक और बड़े खुलासे का संकेत दिया है. अपनी पोस्ट में Hindenburg Research ने लिखा है कि “भारत में जल्द ही कुछ बड़ा होने वाला है”.
हालांकि किस बारे में और क्या बड़ा होने वाला है, इस बारे में हिंडनबर्ग ने कोई खुलासा नहीं किया है. कंपनी के इस पोस्ट को लेकर माना जा रहा है कि हिंडनबर्ग रिसर्च किसी भारतीय कंपनी के बारे में एक बार फिर बड़ा खुलासा करने वाला है.
जनवरी 2023 में हिंडनबर्ग रिसर्च ने गौतम अडानी (Gautam Adani) के अडानी समूह पर निशाना साधते हुए एक रिपोर्ट जारी की थी. इस रिपोर्ट ने हडकंप मचा दिया था, क्योंकि हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. वही हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के आते ही अडानी ग्रुप के सभी शेयरों में तगड़ी गिरावट हुई थी और गौतम अडानी दुनिया के नंबर 2 अरबपति बनने के बाद 36वें नंबर पर खिसक गए थे, क्योंकि इनकी संपत्ति में रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई थी.
86 अरब डॉलर घट गई थी वैल्यूवेशन
अडानी ग्रुप पर 24 जनवरी 2023 को रिपोर्ट आने के बाद सभी शेयरों में भारी गिरावट आई थी, जिसके बाद कंपनी के वैल्यूवेशन भी तेजी से गिरे थे. आलम ये रहा कि अडानी ग्रुप की वैल्यूवेशन कुछ ही दिनों में 86 अरब डॉलर तक घट गई थी. शेयर प्राइस में इस भारी गिरावट ने बाद में समूह के विदेश में लिस्टेड बॉन्ड की भी भारी बिक्री हुई थी.
सेबी ने हिंडनबर्ग को जारी किया था नोटिस
इस साल जून में हिंडनबर्ग रिसर्च ने एक बार फिर चर्चा में आया था, जब उसने खुलासा किया कि पूंजी बाजार नियामक सेबी ने उनके खिलाफ भारतीय नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए एक नोटिस जारी किया था. यह घटनाक्रम एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ, क्योंकि हिंडनबर्ग रिसर्च ने पहली बार अपनी रिपोर्ट में कोटक बैंक की स्पष्ट रूप से पहचान की. नतीजतन, इस खुलासे के कारण कोटक बैंक के शेयर मूल्य में उल्लेखनीय गिरावट आई, जो शुरुआती कारोबारी सत्र में जून के बाद से अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया.
हिंडेनबर्ग ने कहा कि भारतीय बाजार नियामक की ओर से 27 जून, 2024 को जारी किया गया नोटिस ‘बकवास’ है. इसे एक पूर्व-निर्धारित उद्देश्य को पूरा करने के लिए तैयार किया गया था. उसने कहा कि भारत में सबसे शक्तिशाली व्यक्तियों द्वारा किए गए भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी को उजागर करने वालों को चुप कराने और डराने का प्रयास है.
सेबी के नोटिस में हुआ था बड़ा खुलासा
सेबी के नोटिस में खुलासा हुआ कि किंगडन कैपिटल ने कोटक महिंद्रा इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड (केएमआईएल) में महत्वपूर्ण निवेश किया है. यह पता चला कि किंगडन कैपिटल ने हाल ही में आई एक रिपोर्ट से बाजार में आई अस्थिरता का फायदा उठाया. फर्म ने रिपोर्ट सामने आने से पहले अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) में शॉर्ट पोजीशन स्थापित करने के लिए $43 मिलियन आवंटित करके एक रणनीतिक कदम उठाया. इसके बाद, किंगडन कैपिटल ने इन पोजीशन को सफलतापूर्वक बंद कर दिया, जिससे $22.25 मिलियन का लाभ हुआ.