सऊदी अरब में आज से हज का महीना शुरू हो गया. इसी के साथ हज पर जाने वाले जायरीनों ने तैयारियां भी शुरू कर दी. क्योंकि इस साल हज यात्रा 14 जून से शुरू हो रही है. आधिकारिक सऊदी प्रेस एजेंसी (SPA) के मुताबिक, सऊदी अरब के सुप्रीम कोर्ट ने निर्धारित किया है कि इस्लामी कैलेंडर का 12वां और आखिरी महीने धू अल-हिज्जा शुक्रवार से शुरू हो रहा है. बता दें कि हज इस्लाम के पांच बुनियादी उसूलों में से एक है.
बता दें कि हर मुसलमान के लिए जीवन में कम से कम एक बार हज यात्रा करना अनिवार्य बताया गया है. गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सऊदी हज और उमराह मंत्री तौफीक अल-रबिया ने कहा कि “इस साल के हज के लिए दुनिया के विभिन्न देशों से लगभग 1.2 मिलियन (12 लाख) तीर्थयात्री” पहले ही सऊदी अरब पहुंच चुके हैं.
नियम तोड़ने पर मिलेगी कड़ी सजा
हज यात्रा पर आने वाला जायरीनों के लिए सऊदी अरब ने इस साल कड़े दिशा निर्देश जारी किए हैं. जिन्हें तोड़ने पर उन्हें कड़ी सजा मिलेगी. सऊदी अरब के गृह मंत्रालय के मुताबिक, हज के दौरान नियमों को तोड़ने वालों को कड़ी सजा दी जाएगी. मंत्रालय का कहना है कि सऊदी के नागरिक, वहां रहने वाले और हज के लिए गए लोग मक्का में अगर हज के नियमों और दिशा निर्देशों का उल्लंघन करते पकड़े जाते हैं तो उनपर 2,666 डॉलर (2.22 लाख रुपये) का जुर्माना लगाया जाएगा. सऊदी अरब की आधिकारिक न्यूज एजेंसी सऊदी प्रेस एजेंसी ने कहा कि जो विदेशी सऊदी में रह रहे हैं, अगर वो मक्का में हज नियमों का उल्लंघन करते हैं, तो उन्हें सऊदी से डीपोर्ट कर दिया जाएगा.
क्या हैं हज के जरूरी दिशा निर्देश
बता दें कि इस साल हज यात्रा 14 से 19 जून के बीच चलेगी. सऊदी अरब ने पिछले महीने ही हज को लेकर दिशा निर्देश जारी किए थे. हज नियमों के बारे में हज और उमराह मंत्रालय ने जानकारी दी. जिसमें कहा गया कि सभी हाजियों के पास नुसुक (Nusuk) हज प्लेटफॉर्म से लिया गया हज परमिट होना अनिवार्य है. बिन हज परमिट के हज पर जाना अवैध माना जाएगा. जिसे तोड़ने वाले को जुर्माना देना होगा.
हज यात्रियों के लिए अन्य शर्तें
इसके साथ ही हज यात्रा पर गए जायरीनों को Sehaty ऐप पर रजिस्ट्रेशन करना होगा. जिससे यह पता चल सके कि आपका सभी तरह का टीकाकरण हुआ है या नहीं. वहीं सऊदी अरब में रह रहे लोगों ने पिछले पांच सालों के अंदर कोविड-19 वैक्सीन, इन्फ्लूएंजा वैक्सीन और मेनिनजाइटिस का वैक्सीन लेना अनिवार्य है. वहीं हज के लिए आ रहे विदेशियों को अपने आगमन से कम से कम 10 दिन पहले या पिछले पांच सालों में Neisseria meningitidis का वैक्सीन लगवाना भी जरूरी है. इसके साथ ही उनका पोलियो टीकाकरण भी जरूरी है.