वित्त वर्ष 2023-24 आज समाप्त हो रहा है. हालांकि शेयर बाजार के लिए वित्त वर्ष 2 दिन पहले ही 28 मार्च को समाप्त हो गया था. रिकॉर्डों से भरे रहे वित्त वर्ष के आखिरी सप्ताह को भी घरेलू बाजार ने तेजी के साथ ही समाप्त किया. इस तरह लगातार दो सप्ताह की तेजी के साथ वित्त वर्ष 2023-24 का समापन हुआ.
सिर्फ 3 दिन हुआ कारोबार
चालू वित्त वर्ष के आखिरी सप्ताह में सिर्फ 3 दिनों का ही कारोबार हुआ. सोमवार 25 मार्च को शेयर बाजार होली के चलते बंद था. उसके बाद मंगलवार, बुधवार और गुरुवार को बाजार में सामान्य कारोबार हुआ. शुक्रवार 29 मार्च को गुड फ्राइडे के चलते बाजार बंद रहा. अब बाजार नए वित्त वर्ष के पहले दिन यानी 1 अप्रैल 2024 को खुलेगा.
सेंसेक्स-निफ्टी ने बनाया ये रिकॉर्ड
वित्त वर्ष 2023-24 के आखिरी कारोबारी दिन 28 मार्च गुरुवार को बीएसई सेंसेक्स 639.16 अंक (0.88 फीसदी) उछलकर 73,635.48 अंक पर बंद हुआ. वहीं निफ्टी 203.25 अंक (0.92 फीसदी) की तेजी के साथ 22,326.90 अंक पर रहा. पूरे सप्ताह के दौरान सेंसेक्स और निफ्टी में 1-1 फीसदी की तेजी आई. इस तरह बाजार लगातार दूसरे सप्ताह में मजबूत हुआ. पूरे वित्त वर्ष के दौरान बीएसई सेंसेक्स ने 24.82 फीसदी की और एनएसई निफ्टी50 ने 28.61 फीसदी की तेजी दर्ज की. साल के दौरान सेंसेक्स ने 74,245 अंक का और निफ्टी ने 22,526 अंक का नया रिकॉर्ड उच्च स्तर बनाया.
रिजर्व बैंक की पहली एमपीसी
कल सोमवार से बाजार के लिए नए सप्ताह के साथ-साथ नए वित्त वर्ष की भी शुरुआत हो रही है. इस पहले सप्ताह के दौरान कई प्रमुख डेवलपमेंट होने वाले हैं, जो बाजार को सीधे तौर पर प्रभावित कर सकते हैं. उनमें सबसे पहला नंबर है रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक का. वित्त वर्ष 2024-25 की पहली एमपीसी 3 अप्रैल से शुरू हो रही है और उसके नतीजे 5 अप्रैल को सामने आएंगे. आरबीआई ने साल भर से ज्यादा समय से ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है.
सप्ताह में ये बड़े डेवलपमेंट
आज 31 मार्च को वित्त वर्ष के साथ-साथ अंतिम तिमाही भी समाप्त हो रही है. मतलब चौथी तिमाही के रिजल्ट सीजन की भी शुरुआत होने वाली है. अगर कंपनियों के तिमाही परिणाम उत्साहजनक रहते हैं तो बाजार की धारणा मजबूत होगी. पहली तारीख को वाहन कंपनियां मार्च महीने की बिक्री के आंकड़े जारी करेंगी. पहले सप्ताह के दौरान भारती हेक्साकॉम के आईपीओ से आईपीओ बाजार की गतिविधियों की शुरुआत हो रही है. वहीं छोटे-बड़े मिलाकर कुल 10 शेयर इस सप्ताह बाजार पर लिस्ट होने वाले हैं.
स्मॉल कैप ने दिया डबल रिटर्न
बता दें कि, इस वित्त वर्ष में प्रमुख सूचकांकों की तेजी तो शानदार रही। परंतु, मिड कैप और स्मॉल कैप ने बड़े मार्जिन से उन्हें मात दी। पूरे वित्त वर्ष के दौरान बीएसई के मिड कैप इंडेक्स में 15,013.95 अंक की यानी 62.38 फीसदी की तेजी आई। वहीं बीएसई का स्मॉल कैप इंडेक्स चालू वित्त वर्ष के दौरान 16,068.99 अंक यानी 59.60 फीसदी मजबूत हुआ। दूसरी तरफ इस दौरान बीएसई सेंसेक्स ने 24.82 फीसदी की और एनएसई निफ्टी50 ने 28.61 फीसदी की तेजी दर्ज की। जिसका मतलब है कि चालू वित्त वर्ष के दौरान छोटे कैप की रैली मेजर इंडिसेज की तुलना में डबल से भी ज्यादा रही।
मिड-स्मॉल कैप ने बना डालें ये रिकॉर्ड
दरअसल, वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान सेंसेक्स और निफ्टी जैसे प्रमुख सूचकांकों की तरह मिड कैप और स्मॉल कैप के सूचकांकों ने भी लगातार नए-नए रिकॉर्ड बनाए। इस वित्त वर्ष की शुरुआत बीएसई मिड कैप इंडेक्स ने 23,881.79 अंक के स्तर से शुरुआत करने के बाद 8 फरवरी 2024 को 40,282.49 अंक के नए शिखर स्तर तक पहुंचा। इसी तरह बीएसई स्मॉल कैप इंडेक्स ने 26,692.09 अंक के स्तर से शुरुआत की और 7 फरवरी 2024 को 46,821.39 अंक के सर्वकालिक उच्च स्तर तक गया। वहीं वित्त वर्ष का आखिरी महीना (मार्च 2024) छोटे कैप के लिए ख़राब साबित हुआ।