अमेरिका के बाल्टीमोर में एक विशालकाय मालवाहक जहाज की टक्कर के बाद 2.5 किलोमीटर लंबा फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज ढह गया। हादसे के बाद पुल पर मौजूद वाहन और लोग नदी में गिर गए। अमेरिकी कोस्ट गार्ड के अधिकारियों ने रेस्क्यू अभियान में एक नागरिक को बचाकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। छह लोग अभी भी लापता है, जिन्हें मृत मान लिया गया है। खास बात ये है कि जहाज पर मौजूद चालक दल के सभी 22 सदस्य भारतीय थे, जिनकी अमेरिका में खूब तारीफ हो रही है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारतीय क्रू की सूझबूझ की तारीफ की है। इसके पहले मैरीलैंड के गवर्नर ने उन्हें हीरो बताया था।
अमेरिका से आई रिपोर्ट के अनुसार, जहाज पर मौजूद चालक दल के सदस्यों ने हादसे से ठीक पहले मैरीलैंड अधिकारियों को चेतावनी कॉल की थी, जिसके चलते टक्कर से ठीक पहले पुल पर ट्रैफिक रोक दिया गया था। अगर ऐसा न होता तो काफी जानें चली गईं होती। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के अनुसार, विनाशकारी टक्कर से पहले बाल्टीमोर पुल को बंद करना ऐसा कदम था, जिसके परिणामस्वरूप निस्संदेह कई लोगों की जान बचाई गई।
क्रू की सूझबूझ से बची कई जान
व्हाइट हाउस में बाल्टीमोर पुल हादसे के संबंध में एक सवाल के जवाब में बाइडन ने कहा, “जहाज पर सवार कर्मियों ने मैरीलैंड परिवहन विभाग को पहले सूचित कर दिया था, जिसकी वजह से स्थानीय अधिकारी पुल पर टक्कर होने से पहले यातायात को रोक पाने में सफल रहे। बेशक, इससे कई लोगों की जान बचाई गई।” अमेरिकी राष्ट्रपति ने आगे कहा कि “अब तक चल रही जांच से यह पुष्टि होती दिख रही है कि यह एक भयानक हादसा था। इस समय हमारे पास यह विश्वास करने का कोई कारण नहीं है कि ये जानबूझकर किया गया है।”
गवर्नर ने क्रू मेंबर को बताया हीरो
मैरीलैंड के गवर्नर वेस मूर ने पुष्टि की कि जहाज पर मौजूद चालक दल के सदस्यों ने पावर कट के बारे में आपात कॉल करके जानकारी दी थी, जिसकी पुल पर अतिरिक्त वाहनों को पहुंचने से रोका जा सका। गवर्नर ने कहा, ये लोग हीरो हैं। उन्होंने कल रात लोगों की जान बचाई। मूर ने कहा, अभी जांच चल रही है, लेकिन मुझे ये कहना होगा कि मैं उन लोगों का आभारी हूं जिन्होंने इस खतरे के बारे में चेतावनी दी थी। इसकी वजह से हम पुल पर कारों को आने से रोक सके और हादसे के समय पुल पर अधिक कारें नहीं थीं।
अमेरिका में भारतीय दूतावास ने मैरीलैंड राज्य के बाल्टीमोर में एक मालवाहक जहाज के पुल से टकराने और इसके चलते पुल के नदी में गिरने की घटना को ‘दुर्भाग्यपूर्’ बताया है। जहाज का प्रबंधन 22 सदस्यीय भारतीय चालक दल कर रहा था। इस घटना से पूर्वोत्तर अमेरिका में सबसे महत्वपूर्ण बंदरगाहों में से एक पर कामकाज ठप हो गया है। घटना में छह लोगों के मारे जाने की आशंका है। यह पोत सोमवार देर रात 2.6 किलोमीटर लंबे ‘फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज’ के एक खंभे से जब टकराया, तब पुल से कई गाड़ियां गुज़र रही थीं। कंटेनर के टकराने के बाद पुल टूट कर नदी में गिर गया। इस दौरान जहाज में आग लग गई और उसमें से काला धुआं निकलने लगा। किसी ने इस घटना का एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया।
भारतीय दूतावास ने बनाई हॉटलाइन
अधिकारियों ने बताया कि सिंगापुर का झंडा लगे पोत ‘डली’ में ‘बिजली संबंधी’ समस्या थी और इसके पुल से टकराने से कुछ क्षण पहले परेशानी में होने का संदेश भेजा गया था। अमेरिका में भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “बाल्टीमोर में ‘फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज’ के साथ हुई दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना से प्रभावित सभी लोगों के प्रति हमारी हार्दिक संवेदना।” भारतीय दूतावास की तरफ से कहा गया कि दूतावास ने उन भारतीय नागरिकों के लिए एक समर्पित हॉटलाइन बनाई है जो इस घटना के कारण प्रभावित हुए हो सकते हैं या उन्हें सहायता की आवश्यकता है। दूतावास जहाज के चालक दल के संबंध में विवरण का पता लगा रहा है।