‘मन की बात’ (Mann Ki Baat) कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने रविवार को पर्यटन और सामाजिक मुद्दे सहित कई विषयों पर बात की. इस दौरान उन्होंने बिहार के भीम सिंह भवेश (Bhim Singh Bhavesh) की चर्चा की. उन्होंने कहा कि हमारे देश में अनगिनत लोग निस्वार्थ भाव से दूसरों की सेवा में अपना जीवन समर्पित करते हैं. ऐसा ही एक उदाहरण बिहार से है. भीम सिंह भवेश मुसहर समुदाय के करीब आठ हजार बच्चों को स्कूलों में दाखिला कराया है. उन्होंने एक बड़ी लाइब्रेरी भी बनवाई है, जिससे बच्चों को पढ़ाई-लिखाई की बेहतर सुविधा मिल रही है.
पीएम मोदी ने की भीम सिंह की तारीफ
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारी संस्कृति की सीख है – ‘परमार्थ परमो धर्मः’.यानि दूसरों की मदद करना ही सबसे बड़ा कर्तव्य है. इसी भावना पर चलते हुए हमारे देश में अनगिनत लोग निःस्वार्थ भाव से दूसरों की सेवा करने में अपना जीवन समर्पित कर देते हैं. ऐसे ही एक व्यक्ति हैं बिहार में भोजपुर के भीम सिंह भवेश जी. अपने क्षेत्र के मुसहर जाति के लोगों के बीच इनके कार्यों की खूब चर्चा है.
भीम सिंह भवेश जो पेशे से पत्रकार हैं और आरा के रहने वाले हैं ने बताया कि अखबार के लिए रिपोर्टिंग के लिए 2003 में जब आरा में जवाहर टोला स्थित एक मुसहर टोली में गया तो वहां की स्थिति और दुर्दशा देखकर बड़ा दुख हुआ और इसके बाद से ही मैंने मुसहर समाज की सेवा और उत्थान के लिए काम करने का प्रण लिया. इस दौरान वो 2003 में जिले के 9 अलग-अलग टोला में गए और धीरे-धीरे उनका ये कारवां बढ़ता रहा. इस दौरान उन्होंने नई आशा के बैनर तले मुसहरों के उत्थान के लिए काम किया और अब मिसाल बन चुके हैं.
‘उन्होंने 100 से अधिक चिकित्सा शिविर लगवाए’
पीएम मोदी ने कहा कि भीम सिंह जी, अपने समुदाय के सदस्यों के जरूरी दस्तावेज़ बनवाने में, उनके फार्म भरने में भी मदद करते हैं. इससे जरुरी संसाधनों तक गांव के लोगों की पहुंच और बेहतर हुई है।. लोगों का स्वास्थ्य बेहतर हो, इसके लिए उन्होंने 100 से अधिक चिकित्सा शिविर लगवाए हैं. जब कोरोना का महासंकट सिर पर था, तब, भीम सिंह जी ने अपने क्षेत्र के लोगों को टीका लगवाने के लिए भी बहुत प्रोत्साहित किया. वहीं, आगे उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मन की बात कार्यक्रम अगले तीन माह तक प्रसारित नहीं होगा.
आपको बता दें कि भीम सिंह भवेश ने भोजपुर जिले के अलग-अलग मुसहर टोलों में 109 स्वास्थ्य कैंप लगवाएं हैं, वहीं 17000 से अधिक लोगों का इलाज कराया है. उन्होंने 39 अनाथ बच्चों को परवरिश योजना का लाभ दिलाया है, साथ ही 3200 से अधिक लोगों को पेंशन दिलवाया है. पांच गांव में उनकी संस्था भी अभी भी मुसहरों के विकास के लिए काम कर रही है. भीम सिंह भवेश ने कई पुस्तकें भी लिखी हैं जिनमें से एक हाशिये पर हसरत मुसहरों पर ही लिखी किताब है. भीम सिंह भवेश को कई संस्थानों की तरफ से पुरस्कार और सम्मान मिल चुका है.