जन विश्वास यात्रा (Jan Vishwas Yatra) पर निकलने से पहले रविवार को पत्रकारों से पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) बिहार की राजनीति पर खुलकर बातचीत की. उन्होंने कहा कि एक महीने में कैबिनेट विस्तार नहीं हुआ है. इसके पीछे क्या कारण है? सीएम को जवाब देना चाहिए. आगे उन्होंने कहा कि जीतन राम मांझी जी (Jitan Ram Manjhi) ने ठीक कहा है कि अगर उनके चार विधायक नहीं होते तो सरकार चली जाती. उन्होंने कहा कि मांझी जी ने भी यह भी कहा है कि कैकेयी कौन हैं? लेकिन हम तो कर रहे हैं कि मंथरा भी है इसको देखना चाहिए और समय आने पर इसका भी हम लोग खुलासा करेंगे.
एक अधिकारी मुख्यमंत्री की बात नहीं सुन रहा है- तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव ने कहा कि विधानसभा में स्कूलों के समय को लेकर भी चर्चा हुई है, लेकिन राज्य सरकार ने कुछ नहीं किया है. एक अधिकारी मुख्यमंत्री की बात नहीं सुन रहा है. इससे पता चलता है कि सीएम नीतीश कुमार को कोई गंभीरता से नहीं ले रहा है. आम लोग और पार्टी के नेता सीएम नीतीश कुमार से थक चुके हैं. सीएम नीतीश का विजन खत्म हो चुका है. पहले उन्होंने बीजेपी को छोड़ा फिर हमारे पास आए फिर हमको छोड़ बीजेपी के पास गए फिर हमारे पास आए और हमको छोड़कर फिर बीजेपी के पास चले गए.
‘इससे तो फिर हर दिन पलटते रहेंगे’
पूर्व डिप्टी सीएम से जब पूछा गया की जेडीयू यह कह रही है कि राज्य हित में ऐसा निर्णय कई बार लेना पड़ा तो लेंगे. इस पर उन्होंने कहा कि इससे हित हो रहा है कि अहित हो रहा है? इस तरह का बयान दे रहे हैं. इसके मायने तो जानिए. इससे तो फिर हर दिन पलटते रहेंगे. सुबह कुछ और आदेश देंगे शाम को कुछ और आदेश देंगे. एक अधिकारी तो उनकी बात मान ले.