बिहार में एक बार फिर सियासी भूचाल मच गया है. अगले कुछ दिन सियासत में बड़े उलटफेर होने वाले हैं. नीतीश कुमार का महागठबंधन छोड़कर NDA में वापसी की खबरें सुर्खियों में है. हलांकि लालू यादव की पार्टी RJD भी सावधानी से अपनी चाल चल रही है.
तमाम सियासी उठापटक के बीच एक बात लगभग तय मानी जा रही है वह है नीतीश कुमार का मुख्यमंत्री बनना. हलांकि RJD को उस समय एक और झटका लगा जब लालू यादव ने नीतीश कुमार को फोन किया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया. आइए बिहार की इस सियासी घटनाक्रम को 10 प्वाइंट में समझते हैं.
इस बीच लालू यादव ने बड़ा दावा किया है. लालू यादव ने दावा करते हुए कहा है कि ‘बहुमत का आंकड़ा हमारे पास, नीतीश कुमार के मगठबंधन को तोड़ने के बाद ही हम अपना पत्ता खोलेंगे, बिहार में सबसे बड़ी पार्टी हम हैं.
तेजस्वी यादव ने अपने विधायकों के साथ बैठक में कहा कि नीतीश का इस बार का तख्तापलट कर शपथ लेना आसान नही होगा.
कांग्रेस के बिहार अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कल रात जीतन राम मांझी से गोपनीय जगह पर मुलाकात की. उनको इंडिया गठबंधन के साथ आने पर उपमुख्यमंत्री पद और दो मंत्री पद देने का ऑफर दिया गया.
आज दिन में 1 बजे RJD विधायक दल की बैठक में तेजस्वी यादव अपने दम पर सरकार बनाने का दावा कर सकते हैं. तेजस्वी यादव राजभवन के बाहर अपने विधयको के साथ धरने पर बैठ सकते हैं.
बिहार में 478 सर्किल अधिकारीयों का तबादला हुआ है. लंबे समय से इनके तबादले रुके हुए थे. राजनीतिक घटना क्रम के बीच रुके हुई तबादले कर दिए गए.
JDU सांसद सुनील पिंटू ने कहा कि नीतीश कुमार जब बीजेपी के साथ गठबंधन में थे तब बिहार में पुल पुलिया बना, बिहार का विकास हुआ, इसलिए हम बार बार कहते रहे हैं कि दोनों लोगो को साथ आ जाना चाहिए.
बिहार में इंडिया गठबंधन को बड़ा झटका लगा है. सीट बंटवारे की बात के लिए पटना आने वाले कांग्रेस गठबंधन समिति के सदस्य भूपेश बघेल को पटना दौरा टालना पड़ा है. नीतीश की तरफ से कोई जवाब न मिलने की वजह से बघेल को पटना दौरा टालना पड़ा.
JDU के तमाम विधायक और विधान पार्षद के साथ साथ लोकसभा और राज्य सभा सांसद पटना पहुचेंगे. कल सुबह 10 बजे नीतीश कुमार के सरकारी आवास एक अने मार्ग में बैठक होगी.
नौकरी के बदले जमीन (लैंड फॉर जॉब) के मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत ED द्वारा दाखिल चार्जशीट पर संज्ञान लेने को राउज एवेन्यू कोर्ट आज फैसला सुनाएगा.
राज्य सरकार के तीन वरीय अधिकारी जिसमें नीतीश कुमार के एक सबसे खास अधिकारी हैं, राजभवन गए हैं और शपथग्रहण समारोह की तैयारी पर चर्चा की है.