नीतीश कुमार के द्वारा इंडिया के संयोजक बनने के प्रस्ताव को खारिज करने के बाद मीटिंग के दौरान क्या-क्या हुआ इसको लेकर कई नई जानकारियां सामने आ रहीं हैं. खास तौर से नीतीश कुमार को संयोजक बनाए जाने के प्रस्ताव पर जब चर्चा हो रही थी तो उस दौरान कुछ तल्खी और कुछ मस्ती की बातें भी हुईं. बताया जा रहा है कि जब नीतीश कुमार ने कन्वीनर बनने से मना कर दिया तो कुछ दलों ने लालू यादव का भी नाम लिया, इस पर नीतीश कुमार का जवाब भी काफी काबिले गौर था.
सूत्रों से बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार के संयोजक पर से इंकार के बाद कुछ दलों ने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के नाम का प्रस्ताव दिया, और कहा कि इन्हें संयोजक बनाया जाए. इस पर सीएम नीतीश ने कहा कि अगर ऐसा है तो लालू जी को ही बना दीजिए. बता दें कि इंडिया अलायंस की जूम मीटिंग में लालू यादव अपने बेटे और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव साथ शामिल हुए थे. वहीं, नीतीश कुमार के साथ जदयू के पूर्व अध्यक्ष ललन सिंह और बिहार सरकार में मंत्री संजय झा मीटिंग में शामिल थे.
जेडीयू की क्या प्रतिक्रिया?
नीतीश कुमार के इनकार के बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने बड़ा बयान दिया है. उमेश कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार से पूरे देश के लोग आकर्षित हैं. नीतीश कुमार आकर्षण का केंद्र हैं. हमारे नेता का एजेंडा संयोजक बनना नहीं है. हमारा एक ही एजेंडा है, भाजपा हटाओ देश बचाओ. उमेश कुशवाहा ने कहा कि इंडिया गठबंधन बड़ा आकार ले चुका है, जिसको लेकर भारतीय जनता पार्टी को बेचैनी हो रही है. नींद हराम हो गई है. बीजेपी वालों को बता देंगे, जनता सबक सिखा देगी. उमेश कुशवाहा ने यह बयान हाजीपुर में दिया है.
इसके पहले वर्चुअल मीटिंग से बाहर निकलने के बाद मंत्री संजय झा ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “हमारे नेता नीतीश कुमार ने बैठक में कहा है कि कांग्रेस को ही अध्यक्ष बनना चाहिए. ” संजय झा ने कहा कि बैठक में बहुत सारी बातें हुई हैं.
वर्चुअल मीटिंग में में कौन कौन हुआ शामिल?
बता दें कि शनिवार को हुई वर्चुअल मीटिंग में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, एनसीपी चीफ शरद पवार, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के नेता सीताराम येचुरी, तमिलनाडु के सीएम और डीएमके चीफ स्टालिन समेत 14 दलों के नेता शामिल हुए. सूत्रों के मुताबिक बैठक में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, सपा नेता अखिलेश यादव और शिवसेना (उद्धव गुट) चीफ उद्धव ठाकरे शामिल नहीं हुए.
बता दें कि इंडिया अलायंस की मीटिंग से बाहर आने के बाद संजय झा ने बताया कि इस बैठक में नीतीश कुमार को संयोजक बनाने का प्रस्ताव दिया गया था, लेकिन उन्होंने इसे लेने से फिलहाल इनकार कर दिया. इसके साथ ही सीएम नीतीश ने सीट शेयरिंग को लेकर जल्द फैसला लेने का आग्रह किया. नीतीश कुमार ने कहा कि उन्हें किसी भी पद की इच्छा नहीं है, वह चाहते हैं कि जल्द से जल्द इंडिया गठबंधन के घटक दल सीट शेयरिंग को लेकर फैसला लें, क्योंकि लोकसभा चुनाव में अब बेहद ही कम समय बचा है.
बताया जा रहा है कि मीटिंग में तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के कहने पर कांग्रेस की ओर से नीतीश कुमार को कन्वीनर पद के लिए प्रोपोज किया गया था, जिसे नीतीश कुमार ने ठुकरा दिया. इसी दौरान इंडिया अलायंस के चेयरपर्सन की भी पोस्ट पर भी बातचीत हुई थी. लेकिन, इस पर डिस्कशन पर कोई फैसला नहीं लिया गया है. वहीं, नीतीश कुमार की तरफ से कहा गया है उन्हें पद की लालसा नहीं है. यहां यह भी बता दें कि इस मीटिंग से ममता बनर्जी, अखिलेश यादव और उद्धव ठाकरे जैसे दिग्गज नेता शामिल नहीं हुए थे.