जैसे–जैसे मौजों में भूमि सर्वेक्षण का काम पूरा होगा‚ वैसे–वैसे उन–उन मौजों में नए सॉफ्टवेयर के मुताबिक दाखिल–खारिज की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। दाखिल–खारिज के नए साफ्टवेयर में टेक्स्टुअल के साथ स्पेशियल म्युटेशन का भी प्रावधान है अर्थात नाम के साथ नक्शा का भी अंतरण होने लगेगा। दाखिल–खारिज के नए सॉफ्टवेयर को आईआईटी‚ रूडकी द्वारा विकसित किया जा रहा है‚ जो अंतिम चरण में है। ये बातें राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने सोमवार को बंदोबस्त पदाधिकारियों की मासिक बैठक में कहीं। बैठक का आयोजन शास्त्रीनगर स्थित सर्वे प्रशिक्षण संस्थान में किया गया था। नए सॉफ्टवेयर के लिए पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शेखपुरा जिले का चयन किया जा रहा है। शेखपुरा जिले के एक अंचल में‚ जहां भूमि सर्वेक्षण का काम अंतिम चरण में है‚ इस काम को शुरू किया जाएगा। बाद में १ अप्रैल २०२४ से सूबे के उन सभी मौजों में नए सॉफ्टवेयर में दाखिल–खारिज का काम शुरू कर दिया जाएगा‚ जहां भूमि सर्वेक्षण का काम पूरा होते जाएगा। शेखपुरा जिले में कुल ६ अंचल हैं‚ जहां १५ शिविर कार्यरत हैं। इन १५ शिविरों के कुल २८४ मौजों में से २२४ मौजों का ड्राफ्ट प्रकाशित किया जा चुका है जो जिले के कुल मौजों की संख्या का ७८.८७ फीसद है। उसी तरह १६० मौजों में यानि ५६.३४ मौजों में अंतिम प्रकाशन का काम यानि भूमि सर्वेक्षण का काम भी पूर्ण कर लिया गया है। शेखपुरा की तरह शिवहर जिले में भी भूमि सर्वेक्षण का कार्य में काफी प्रगति है और इसी वित्तीय वर्ष में वहां ८० मौजों में भूमि सर्वेक्षण का काम चल रहा है। नालंदा जिले की समीक्षा के दौरान पता चला कि ३ मौजों में नक्शा उपलब्ध नहीं होने की वजह से वहां अभी तक किस्तवार का काम शुरू नहीं हो पाया है। इसी तरह म्ंाुगेर की समीक्षा के दौरान यह बात सामने आयी कि याददाश्त लेखन का कार्य कर दिया गया है‚ लेकिन उस याददाश्त को पारित नहीं किया गया है। खानापुरी के दौरान याददाश्त लेखन का कार्य अमीन द्वारा किया जाता है जबकि उसे पारित करने की जिम्मेदारी कानूनगो की है। उसी तरह सीतामढी जिले में सुनवाई का काम चल रहा है‚ लेकिन निष्पादन शून्य है। वहीं कुछ जिलों से सर्वे अमीन के गायब होने और अपने साथ भूमि सर्वेक्षण का कागजात भी लेते चले जाने की शिकायत की गई। विभाग के सचिव और निदेशक‚ सर्वे जय सिंह ने ऐसे सभी कर्मियों पर एफआईआर दर्ज करने का आदेश सभी बंदोबस्त पदाधिकारियों को दिया गया। सचिव ने यह भी कहा कि पूर्व में सर्वेक्षण कर्मियों पर दर्ज प्राथमिकी के मामलों में संबंधित थाना द्वारा क्या कार्रवाई की गई है‚ उसकी जानकारी भी पत्र देकर प्राप्त करें। बैठक में विभाग के अपर मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा‚ सचिव जय सिंह‚ सहायक निदेशक भू–अभिलेख और परिमाप विनोद पंकज प्राथमिकता के सभी २० जिलों के बंदोबस्त पदाधिकारियों और सहायक बंदोबस्त पदाधिकारियों ने भाग लिया।
बिहार में स्थगित हो सकता है भूमि सर्वेक्षण का काम !
बिहार भूमि सर्वेक्षण स्थगित हो सकता है. जी हां, आप एकदम सही पढ़ रहे हैं. कभी जमीन सर्वे का बंद...