चार राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम को लेकर देश भर की राजनीति गरमा गई है. बात बिहार की करें तो हार ने बिहार के सियासी गलियारे को में हलचल तेज कर दी है क्योंकि जेडीयू भी चुनाव का हिस्सा थी जिसे मध्य प्रदेश में करारी शिकस्त मिली है. बिहार में नीतीश सरकार के मंत्री विजय चौधरी ने कांग्रेस पर हार का ठीकरा फोड़ा है.
विजय चौधरी ने हार का ठिकरा कांग्रेस पर फोड़ते हुए लोकसभा चुनाव के पहले विश्वसनीय चेहरा के नाम की घोषणा करने की मांग की. विजय चौधरी ने कहा कि इंडिया गठबंधन के दलों को सहयोग से मिलकर चलना होगा. इस चुनाव का सन्देश साफ है. एकजुट नहीं रहने का परिणाम हमलोग देख चुके हैं. कांग्रेस को थोड़ा और लचीला रवैया अपनाना चाहिए. कांग्रेस को एक हद तक उदार होना पड़ेगा. आपसी समझदारी नहीं बनाने का नुकसान सबसे ज्यादा कांग्रेस को हुआ.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को रीजनल पार्टी के साथ उदारता बारतनी होगी. रीजनल पार्टियों के लिए जगह भी बनानी होगी. कांग्रेस को आगे बढ़कर रीजनल पार्टी को उचित सम्मान देना होगा. इंडिया गठबंधन में नीतीश कुमार के नाम की घोषणा पर मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार के अथक प्रयास और पहल से ही इंडिया गठबंधन बना था. किसी विश्वसनीय चेहरा को आगे बढ़ाने की जरूरत है. इंडिया गठबंधन में कौन विश्वसानीय है कौन अविश्वासनीय ये देश जानता है.
विजय चौधरी ने कहा कि इंडिया गठबंधन के सभी घटक दल एकजुट होकर नहीं लड़े, इसलिए ऐसा परिणाम आया. सबसे पहले आपस की समझदारी बननी चाहिए. एकजुट नहीं होने से बीजेपी जीत जाती है. उन्होंने कहा ति 6 तारीख की बैठक में इंडिया गठबंधन को सामंजसय बनाना होग. राजद ने भी जदयू के सुर में सुर मिलाया. राजेंद्र के मुख्य प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा कि तीन राज्यों में हुई हार कांग्रेस की ही नहीं बल्कि राहुल गांधी की भी हार है. जिन राज्यों में क्षेत्रीय पार्टियों लीड कर रही हैं, उन्हें ड्राइविंग सीट पर बिठाने की जरूरत है. क्षेत्रीय पार्टियों को नजर अंदाज करने का नतीजा है कि तीन राज्यों में कांग्रेस हार गई. यह समय कांग्रेस के आत्म चिंतन का है .