बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज छठ घाटों का निरीक्षण किया है और कई घाटों पर कमी देखने के बाद अधिकारियों को कई दिशा-निर्देश भी दिए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को गायघाट पहुंचे और वहां से बोट पर सवार होकर कई गंगाघाटों का निरीक्षण किया।
गंगा घाटों के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ-सफाई के साथ-साथ सुरक्षा व्यवस्था और बैरिकेडिंग को लेकर अधिकारियों से फीडबैक ली। साथ ही कमियां देखने के बाद उन्हें कई दिशा-निर्देश भी दिए। सीएम नीतीश कुमार छठ घाटों पर होने वाली आतिशबाजी को लेकर अधिकारियों को कई सख्त निर्देश दिए हैं। साथ ही महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कई बातें कही हैं। उन्होंने हर साल छठघाटों पर डूबने से होने वाली मौत की घटनाओं पर रोक लगाने का भी निर्देश दिया है।
अधिकारियों को दिए कई दिशा-निर्देश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ प्रमंडलीय आयुक्त, जिलाधिकारी के साथ-साथ एसएसपी, नगर निगम के आयुक्त भी मौजूद रहे। साथ ही बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे।
गौरतलब है कि हर साल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दो मर्तबा छठ घाटों का निरीक्षण करते हैं। पहले वे छठ घाटों का निरीक्षण करने के बाद अधिकारियों की टीम को कई दिशा-निर्देश देते हैं। दूसरी बार वे देखते हैं कि अधिकारियों को उन्होंने जो दिशा-निर्देश दिए थे, उसका कितना पालन हुआ है।
पटना घाटों पर 16 नवंबर से पुलिस बल की तैनाती
पटना जिला प्रशासन की ओर से छठ को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। पुलिस की तरफ से भी सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है। पटना के सभी घाटों पर 16 की शाम से ही पुलिस बल की तैनाती कर दी जाएगी। पुलिस बल की कमी को देखते हुए मुख्यालय से 2500 अतिरिक्त बल बुलाया गया है।
साथ ही संबंधित थाना से भी पुलिस बल की तैनाती की जाएगी। घाटों पर आने-जाने में जाम का सामना ना करना पड़े, इसीलिए जगह-जगह पार्किंग की व्यवस्था की गई है। इस साल छठ व्रतियों को पानी के पास तक जाने की व्यवस्था की गई है। घाटों पर जाने के हर रास्ते को दुरुस्त किया जा रहा है। इन रास्तों में कोई अतिक्रमण ना रहे इसके लिए संबंधित थानाध्यक्षों को निर्देशित किया गया है।
क्या बोले एसएसपी
एसएसपी राजीव मिश्रा ने जानकारी दी कि पटना के दीघा घाट और कलेक्ट्रेट घाट पर सब से ज्यादा भीड़ होती है। इन दोनों घाटों पर अतिरिक्त पुलिस बलों की तैनाती की जायेगी। तीन दिन लगातार सादे लिबास में भी पुलिस के जवानों की तैनाती रहेगी। जो असामाजिक तत्वों पर नजर बनाए रखेंगे। छठ के दौरान कोई गहरे पानी में ना चला जाए इस लिए बांस लगा कर बैरिकेटिंग की गई है। इसके बावजूद कोई पानी में ना डूब जाए इसके लिए हर घाट पर एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम रहेगी।
एसएसपी ने जानकारी दी कि हर साल की तरह ही असुरक्षित घाटों को लाल कपड़े से घेर दिया जाएगा। असुरक्षित घाटों पर किसी को आने जाने की मनाही रहेगी। घाटों पर महिलाओं की संख्या को देखते हुए भारी संख्या में महिला पुलिसकर्मी भी तैनात रहेंगी। घाटों पर पटाखा जलाने की मनाही रहेगी।
सीसीटीवी घाटों पर रखेगी पैनी नजर
पटना के लगभग सभी महत्वपूर्ण और भीड़ भाड़ वाले घाटों पर सीसीटीवी कैमरा लगाया जा रहा है। कई घाटों पर सीसीटीवी कैमरे लग गया है। साथ ही साथ इन कैमरों को आइसीसीसी से जोड़ा गया है, ताकि इन कैमरों के जरिए आइसीसीसी में तैनात कर्मी हर गतिविधि पर बनाए रखेंगे। घाटों के अलावा भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे है। सीसीटीवी कैमरे से पुलिस सभी घाटों, सड़कों व चौक-चौराहों पर नजर रखेगी।
वरीय पुलिस पदाधिकारी दल बल के साथ करेंगे पेट्रोलिंग
पटना के एसएसपी ने जानकारी दी कि दोनों दिन शाम और सुबह में सभी सिटी व ग्रामीण एसपी के अलावा डीएसपी रैंक के अफसर, सभी संबंधित थानाध्यक्ष, बहाल मजिस्ट्रेट रोड पर रहेंगे। लगातार पेट्रोलिंग करते रहेंगे। ताकि किसी परिस्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके। स्थानीय थानों को भी अलर्ट मोड पर रखा जाएगा।
साथ ही ट्रैफिक जैसी भीषण समस्या को भी दुरुस्त रखा जाएगा। इस साल पुलिस की कोशिश रहेगी कि छठव्रतियों की गाड़ियां घाट तक जाए। लगभग सभी घाटों पर पार्किंग की भी समुचित व्यवस्था की गई है।