धनतेरस पर पटना के लोगों ने जमकर खरीददारी की। इस साल धनतेरस में पटना में 2200-2500 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ है। वहीं10 हजार गाड़ियां बिकी हैं। जबकि लोगो ने सोने-चांदी पर 500 करोड़ खर्च किया है।
जिसमें 20 हजार से अधिक सोने के सिक्के बिके, जबकि एक लाख से अधिक चांदी के सिक्कों की बिक्री हुई। इलेक्ट्रॉनिक बाजार में 30 प्रतिशत का ग्रोथ हुआ है। प्रीमियम क्वालिटी की खरीदारी अधिक हुई है।
बोरिंग रोड, राजेन्द्र नगर, पाटलिपुत्र, कमदकुआं, कंकड़बाग, अनीसाबाद सहित अन्य इलाकों में ज्वेलरी दुकान, गाड़ी के शोरूम, इलेक्ट्रिक, मोबाइल और बर्तन दुकानों पर खरीदारों की भीड़ थी। बाजार में सबसे अधिक सोने-चांदी के आभूषणों की खरीदारी हुई। सभी सेक्टरों में जमकर खरीदारी हो रही है।
सर्राफा बाजार में इस साल 500 करोड़ का कारोबार
ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन (AIJGF) के स्टेट हेड अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि सर्राफा बाजार में धनतेरस के दिन 500 करोड़ का कारोबार हुआ है, जो कि पिछले 350-400 करोड़ रुपए था। वहीं हीरे और प्लैटिनम का कारोबार 70-80 करोड़ रुपए हुआ है। सोने-चांदी के भाव में भी काफी तेजी आई है लेकिन फिर भी बाजार में सेल अच्छा रहा।
सोने की कीमत बढ़ने से लाइट वेट ज्वेलरी की ज्यादा डिमांड हुई है। पटना में स्थित सोने-चांदी के विभिन्न शोरूम में लोगों की भारी भीड़ देखने को मिली। लग्न की शुरुआत होने वाली है। इस कारण लोग शादी के लिए भी अपनी पसंद के गहने खरीदते नजर आए।
सागरमल ज्वेलर्स के ऑनर अंकित अग्रवाल ने कहा कि इस बार ग्राहकों ने एंटिक और ट्रेडिशनल गहने अधिक पसंद किए।
बर्तन बाजार में आई गिरावट
वहीं, बर्तन बाजार की जगह अब सर्राफा और ऑटोमोबाइल्स ने ले लिया है। लोग सोना-चांदी और गाड़ियां ज्यादा खरीद रहे हैं और साथ ही फ्लैट बुक करने की ओर ज्यादा रुझान है। बहुत कम ही लोग अब बर्तन की खरीदारी करते हैं। कुछ शौक से तो कुछ बस नियम के लिए खरीदते हैं। स्टील, तांबा और पीतल के बर्तन में बेहतर कारोबार के कारण इस वर्ष 100 करोड़ तक का कारोबार हुआ है।
पटना में बिकीं 1000 कारें, 10 हजार कुल वाहन
शहर के कार और दोपहिया वाहनों के डीलर्स ने धनतेरस के अवसर पर विशेष ऑफर दिया। अलग-अलग शो रूम के डीलरों के दावों के अनुसार पटना में 1000 कारें बिक गईं। जबकि बाइक की बात करें तो मोटरसाइकिल और स्कूटी लगभग 10,000 की संख्या में बिके हैं। कारों में हचबैक, सेडान से लेकर एसयूवी तक हर रेंज शामिल हैं। सब से ज्यादा हैचबैक कारें बिकी हैं, क्योंकि ये मध्यम वर्गीय परिवार के लिए किफायती हैं। 1000 में लगभग 700 हैचबैक कारें और 300 सेडान और एसयूवी कारें बिकी हैं।
70 प्रतिशत गाड़ियां 20 लाख से कम की
गिन्नी मोटर के जीएम शशि सागर ने बताया कि हर रेंज की गाड़ियां बिकी हैं। हमारे यहां 110 से ज्यादा गाड़ियां बिक चुकी हैं। इसमें अलग-अलग रेंज की गाड़ियां शामिल हैं। इसमें 70 प्रतिशत गाड़ियां 20 लाख से कम की हैं। बाकी गाड़ियां 20 लाख से ऊपर के रेंज की हैं। 20 लाख से ऊपर की गाड़ियां कंपनी से नहीं आ सकी। लगभग 20 गाड़ियां कंपनी से नहीं आने के कारण इसकी बुकिंग नहीं की जा सकी। गिन्नी मोटर में इस साल लगभग 30 करोड़ की गाड़ियां धनतेरस में बिकी हैं।
स्कॉर्पियो की डिमांड सबसे ज्यादा
किरण ऑटो मोबाइल ने इस साल 300 गाड़ियों की बुकिंग की है। इसमें 70 से 75 गाड़ियां 20 लाख से ऊपर की है। इसमें 80 प्रतिशत स्कॉर्पियो है। किरण ऑटो मोबाइल के मार्केटिंग हेड नितिन कुमार ने बताया कि हमारे यहां ज्यादातर गाड़ियां 18 से 20 लाख के ऊपर की डिमांड है। मार्केटिंग हेड ने बताया कि पिछले 2 महीन से इस दिन के लिए बुकिंग चल रही है। इन दिनों रोज लगभग हर दिन 4 से 5 गाड़ियों की बुकिंग लगातार हो रही थी। इस साल लगभग 60 करोड़ की गाड़ियां बिक है।
1600 स्कूटी और बाइक की हुई बिक्री
वहीं प्रेमा किया मोटर के ग्रुप सेल्स हेड ने बताया कि हमारे यहां एक-दो सेगमेंट को छोड़ के सभी गाड़ियां 15 से 17 लाख के ऊपर के रेंज की हैं। आज हमारे शो रूम से 70 गाड़ियां बेची गई हैं। इसके मुताबिक आज इस शोरूम से लगभग 20 करोड़ की गाड़ियां बिकी हैं। प्रेमा होंडा से 1600 स्कूटी और बाइक बिके हैं, जिससे लगभग 16 करोड़ का कारोबार हुआ है।
देश में लगभग 41 टन सोना और तकरीबन 400 टन चांदी के गहने ओर सिक्के की बिक्री हुई. प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि व्यवसायी वर्ग मे काफी उत्साह है. जिस तरह से पिछले कुछ सालों से कोरोना के चलते घाटे का व्यवसाय था, उससे उबरने में व्यवसायी सफल रहे हैं. हालांकि पटना के स्थानीय व्यापारियों के अनुसार इस बार पिछले सालों की तुलना में बाजार धीमा नजर आ रहा है.