‘वेब जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया’ की ओर से दो दिवसीय मीटिंग हुई। ‘वेब मीडिया समिट 2023’ का उद्घाटन बिहार के सूचना-जनसंपर्क मंत्री संजय झा और मीडिया जगत के हस्तियों ने की। आईआईएमएसी के पूर्व महानिदेशक प्रोफेसर संजय द्विवेदी के साथ अलग-अलग मीडिया घरानों से जुड़े दिग्गज शामिल हुए। बिहार के सूचना-जनसंपर्क मंत्री संजय झा ने वेब मीडिया समिट 2023 के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज के दौर में ग्रामीण लोग वेब मीडिया के सबसे बड़े कंज्यूमर हैं। उनका भरोसा वेब मीडिया पर बना रहे, ये ध्यान रखे जाने की जरूरत है। समिट के लिए प्रकाशित स्मारिका का विमोचन भी मुख्य अतिथियों ने किया।
‘वेब मीडिया: दशा, दिशा और भविष्य’ पर चर्चा
वेब मीडिया समिट 2023 के सेकेंड सेशन में ‘वेब मीडिया: दशा, दिशा और भविष्य’ विषय पर मीडिया के दिग्गजों ने विचार रखा। एडिटर्स गिल्ड के पूर्व महासचिव और एसोसिएशन के संरक्षक डॉक्टर एनके सिंह ने कहा कि ग्रामीण न सिर्फ बड़ा कंज्यूमर है बल्कि वे खबरें दे भी रहे हैं। इसलिए जनमुद्दों से जुड़ी खबरें वेब के कंटेंट में ज्यादा से ज्यादा शामिल की जानी चाहिए।
इसके अलावा दिग्गजों ने वेब मीडिया कैसे रेवेन्यू जेनरेट करे, इस पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि सही कंटेंट देकर ऐसा किया जा सकता है क्योंकि दर्शकों के पास लाखों ऑप्शन मौजूद हैं।
भारतीय जनसंचार संस्थान के पर्व महानिदेशक प्रोफेसर डॉ संजय द्विवेदी ने कहा कि वेब मीडिया के कारण आज पत्रकारिता वैश्विक हो गई है। छोटे समूह भी ऑनलाइन पत्रकारिता कर पा रहे हैं। उन्होंने वेब मीडिया के सफलता के साथ इसकी चुनौतियों की भी चर्चा की।
समिट में आए कई पत्रकारों ने कहा कि आज वेब ही अब असली और प्रमुख मीडिया है। सरकारों को इनकी खबरों से फर्क पड़ने लगा है। कुछ दिग्गजों का कहना था कि वेब को भी जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए और खबरों को परोसने से पहले पूरी छानबीन करनी चाहिए। वेब मीडिया ने पत्रकारिता को लोकतांत्रिक और सरलीकरण कर दिया है। एक जैसा कंटेंट परोसने के कारण टीवी पत्रकारिता में जो वैक्यूम पैदा हुआ है, उसका फायदा वेब मीडिया उठा सकता है और अच्छे कंटेंट दे सकता है।