कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने दमोह में कहा, ‘मध्यप्रदेश सरकार ने पिछले 3 साल में मात्र 21 रोजगार दिए हैं। पिछले 18 साल से सत्ता में हैं। यहां भर्ती से ज्यादा घोटाले हो रहे हैं। खाली पद भरे नहीं जा रहे। देश की संपत्ति बड़े-बड़े उद्योगपति मित्रों को कौड़ियों के दाम पर सौंप दी। इनसे रोजगार कैसे बनेंगे।’
शनिवार को आमसभा में उन्होंने कहा, ‘सरकार और नेता से आपकी क्या उम्मीद है? इसका जनता की ओर से एक ही जवाब आता है- हमारे जीवन में मुश्किलें बहुत हैं।’ प्रियंका ने अपनी स्पीच की शुरुआत भगवान जागेश्वरनाथ, भोलेश्वर महादेव के जयकारे और वाल्मीकि को नमन करते हुए की।
प्रियंका का बुंदेलखंड (मध्यप्रदेश) में यह पहला चुनावी दौरा है। सभा स्थानीय महाराणा प्रताप स्कूल मैदान पर हो रही है।
प्रियंका का 17 दिन में मध्यप्रदेश का यह दूसरा दौरा है। 12 अक्टूबर को ही उन्होंने मंडला में कांग्रेस की जन आक्रोश रैली को संबोधित किया था।
कमलनाथ बोले- हमें भाजपा के नेताओं को बेरोजगार बनाना है
कमलनाथ ने कहा, ‘बुंदेलखंड पैकेज का बुंदेलखंड में लाभ नहीं मिला। भाजपा ने प्रदेश को चौपट बना दिया। हमें बेरोजगारी दूर करने से पहले भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को बेरोजगार बनाना है। यह मध्यप्रदेश के भविष्य का चुनाव है। शिवराज ने 22 हजार घोषणाएं की हैं। झूठ की मशीन डबल स्पीड से चल रही है।’
दमोह सीट पर पूर्व वित्त मंत्री मलैया से है अजय टंडन का मुकाबला
दमोह में 2018 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी राहुल सिंह लोधी मात्र 798 वोट से जीते थे। 2020 में वे कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। उपचुनाव में वे भाजपा के टिकट पर लड़े, लेकिन कांग्रेस के अजय टंडन से 18,000 वोटों से हार गए। इस बार भाजपा ने यहां से पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया को उतारा है। उनका मुकाबला कांग्रेस के विधायक अजय टंडन से है।
प्रियंका की सभा का 26 सीटों पर असर
दमोह में प्रियंका की सभा से बुंदेलखंड की 26 सीटों पर असर पड़ेगा। खासकर दमोह की चार सीटें सहित पन्ना की तीन, सागर की रहली, छतरपुर की एक और जबलपुर की पाटन विधानसभा पर अधिक असर पड़ेगा। मतलब 10 सीटों पर सीधा असर। इससे पहले सागर में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी आ चुके हैं। ये दलित बहुल सीटें हैं।