इजराइल और हमास के बीच भीषण जंग जारी है। इजराइल की सेना जमीनी हमले के लिए भी गाजा सीमा पर तैनात है। उधर, गाजा पर इजराइल ने लगातार भीषण हमले किए हैं। इन हमलों में कई फिलिस्तीनियों की मौत हुई है। इन सबके बीच इजराइल ने एक बड़ा ऐलान किया है। इस ऐलान से हमास और गाजा पट्टी में रहने वाले लोग दहशत में आ जाएंगे। इजराइल ने ऐलान किया है कि वह गाजा पट्टी पर हमले और तेज कर रहा है।
वेस्ट बैंक पर हमले में मस्जिद को बनाया निशाना
इजराइली युद्धक विमानों ने पूरे गाजा पट्टी के साथ-साथ सीरिया के दो हवाई अड्डों और हमास के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में कथित तौर पर उग्रवादियों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक मस्जिद को निशाना बनाया है। इस बीच, मानवीय सहायता के एक दूसरे काफिले के, मिस्र से रविवार की दोपहर गाजा में प्रवेश करने की खबर है। इजराइल के सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि उनका देश गाजा में हमले तेज कर रहा है और जमीनी हमले भी किये जाने की संभावना बढ़ रही है।
16 दिन से जारी है संघर्ष
इजराइल और हमास के बीच संघर्ष 16 दिन से जारी है और दोनों पक्षों के बीच हो चुके पांच गाजा युद्धों में सबसे घातक है। फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को कहा कि गाजा में मरने वालों की संख्या कम से कम 4,651 तक पहुंच गई है। जबकि घेरेबंदी वाले क्षेत्र में 14,254 अन्य लोग घायल हुए हैं। मंत्रालय ने कहा कि 7 अक्टूबर को हमास की ओर से इजराइल में किए गये हमले के बाद से, कब्जे वाले वेस्ट बैंक में हिंसा और इजराइली हमले में 93 फलस्तीनी भी मारे गए। वहीं 1,650 से अधिक अन्य घायल हो गए हैं। हमास के हमले में इजराइल में 1400 से अधिक लोग मारे गये थे। समझा जाता है कि हमास ने 203 लोगों को बंधक भी बना रखा है।
अमेरिका ने दे डाली ही बड़ी चेतावनी
इजराइल और हमास में संघर्ष के बीच अमेरिका ने शुरू से ही सबसे सक्रिय भूमिका निभा रखी है। 7 अक्टूबर को जब हमास ने इजराइल पर तीन ओर से खूनी हमला किया था, तभी से अमेरिका अपने पारंपरिक दोस्त इजराइल के साथ है। इसके बाद अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और फिर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजराइल का दौरा किया और अपना समर्थन जताया। अमेरिका ने बड़े धैर्यपूर्वक इस मामले को हैंडल अभी तक किया है। गाजा सीमा खुलवाकर मिस्र के रास्ते से सहायता सामग्री गाजा तक पहुंचवाने में अमेरिका की पहल कारगर रही। लेकिन हमास, हिजबुल्ला और परोक्ष रूप से अमेरिका के दुश्मन ईरान की ‘कारस्तानियों’ पर अमेरिका ने सीधी चेतावनी दे डाली है। अमेरिका ने साफ कर दिया है कि जंग में किसी भी आतंकी समूह या पक्ष ने किसी अमेरिकी सैनिक पर हमला किया तो बहुत बुरा परिणाम भुगतना पड़ सकता है।