लैंड फॉर जॉब्स मामले में आज दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट से लालू परिवार को फौरी रालत मिली है। अब पेशी के लिए लालू, राबड़ी और तेजस्वी को कोर्ट नहीं जाना होगा। इस मामले में अब 2 नवंबर को अगली सुनवाई होगी।
तेजस्वी यादव ने 20 अक्टूबर से 1 नवंबर तक सरकारी काम के लिए विदेश जाने की अनुमति कोर्ट से मांगी है। जिस पर दोपहर ढाई बजे फैसला आना है।
पिछली सुनवाई में लालू परिवार को कोर्ट से बड़ी राहत मिली थी। कोर्ट ने लालू, तेजस्वी, राबड़ी देवी को 50 हजार के मुचलके पर नियमित जमानत दी थी। तब CBI ने जमानत का विरोध किया था।
सीबीआई ने कहा था कि सभी आरोपी बड़े पद पर हैं। ये केस को प्रभावित कर सकते हैं। कोर्ट ने कहा कि हमें ऐसा कुछ नहीं लगता। इस सुनवाई में लालू, राबड़ी और तेजस्वी के साथ मीसा भारती भी कोर्ट पहुंची थीं।
22 सितंबर को कोर्ट ने मंजूर की थी नई चार्जशीट
दरअसल, 22 सितंबर को CBI की स्पेशल कोर्ट ने नई चार्जशीट को मंजूर करते हुए लालू यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव समेत 17 आरोपियों के खिलाफ समन जारी किया था। सभी को 4 अक्टूबर को कोर्ट में पेश होने को कहा था।
लैंड फॉर जॉब्स केस में कोर्ट ने तेजस्वी यादव के खिलाफ दायर चार्जशीट भी कोर्ट ने मंजूर कर ली और कहा उनके खिलाफ भी केस चलेगा। CBI ने पहली बार बिहार के डिप्टी CM तेजस्वी यादव को आरोपी बनाया है।
CBI ने 3 जुलाई को तेजस्वी का नाम चार्जशीट में किया शामिल
लैंड फॉर जॉब्स मामले में सीबीआई ने नई चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की, जो पूरी तरह से नया केस है। पुराने केस में पहले ही राजद सुप्रीमो लालू यादव, पूर्व CM राबड़ी देवी, बेटी और सांसद मीसा भारती जमानत पर हैं।
नए केस में तेजस्वी के साथ साथ लालू और राबड़ी को आरोपी बनाया गया। CBI ने 3 जुलाई को तेजस्वी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी।