उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने लोकसभा में बसपा सांसद दानिश अली के खिलाफ भाजपा सांसद रमेश बिधूड़़ी की टिप्पणी की निंदा करते हुए शनिवार को कहा कि उन्होंने सड़़क के गुंड़े जैसा व्यवहार किया। तेजस्वी ने कहा कि उन्हें बिधूड़़ी के खिलाफ कार्रवाई होने की उम्मीद नहीं है‚ क्योंकि ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा के नेताओं को सभी प्रकार के आपराधिक व्यवहार में शामिल होने का अधिकार है।
राजद नेता ने कहा‚ ‘ हमने पुरस्कार विजेता महिला पहलवानों की दुर्दशा देखी‚ जो महीनों तक धरने पर बैठी रहीं। लेकिन‚ भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह‚ जिन पर यौन उत्पीड़़न का आरोप लगाया गया था‚ उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।’ उपमुख्यमंत्री ने कहा‚ ‘संसद के अंदर जो हुआ वह वाकई पीड़़ादायी और शर्मनाक था। एक साथी सांसद को उसकी धार्मिक संबद्धता के लिए निशाना बनाते हुए ऐसी भाषा का प्रयोग किया गया. यह घटना ऐसे समय में हुई‚ जब कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री ने सदन को बताया था कि सदस्यों का व्यवहार तय करेगा कि लोकसभा चुनाव के बाद सत्ता में कौन होगा और विपक्ष में कौन बैठेगा।’
तेजस्वी ने हालांकि व्यंग्य करते हुए कहा‚ ‘ इसमें आश्चर्य क्या हैॽ इस घटना से हमें दुख पहुंचा है। लेकिन जब भाजपा ने सत्ता में अपने लंबे कार्यकाल के दौरान कुछ भी सार्थक नहीं किया‚ तो उसके नेता स्वाभाविक रूप से दुर्व्यवहार में शामिल होकर‚ सड़़क पर गुंड़ों की तरह व्यवहार करेंगे।’
तेजस्वी ने अपने पिता राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और माकपा महासचिव सीताराम येचुरी के बीच हुई मुलाकात को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा‚ उनसे हमारा पुराना रिश्ता है। जब भी हम दिल्ली जाते हैं‚ तो उनसे मिलने की कोशिश करते हैं और जब भी वे यहां होते हैं‚ तो वह हमसे मुलाकात करने की कोशिश करते हैं। इसके अलावा‚ अब हम सब ‘इंडि़या‘ गठबंधन में एक साथ हैं। उन्होंने महिला आरक्षण विधेयक में ओबीसी के लिए प्रावधान नहीं करने को लेकर भी भाजपा पर निशाना साधा।